इस अवसर पर 'इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक' की लख्ननऊ शाखा का फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने शुभारम्भ किया। प्रथम पांच खाताधारकों को मंच पर क्यू. आर. कार्ड देकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए 'इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक' की लखनऊ शाखा पर एक विशेष आवरण और विरूपण का भी विमोचन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार की तमाम उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि डाक विभाग प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में विकास की नई इबारत लिखने को तत्पर है । डाकघरों को आधुनिक टेक्नालॉजी से जोड़ते हुए हाईटेक बनाया जा रहा है । श्री सिंह ने कहा कि हमारी सरकार सर्वसमावेशी भावना के तहत 'सबका साथ, सबका विकास' के ध्येय के साथ चलती है और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक इस कड़ी में एक महत्वपूर्ण आयाम है, जो कि वित्तीय समावेशन को और भी सुदृढ़ करेगी। देश भर में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की 650 शाखाओं और 3250 सेवा केंद्रों के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति का बैंक खाता खोलने के लिए केंद्र सरकार ने पहल की है, जिससे साल के अंत तक सभी डाकघरों को जोड़ दिया जायेगा ।
केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अर्थतन्त्र के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक को जोड़ने की जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सोच थी वह आज इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक– आईपीपीबी के रूप में साकार हो रही है। लखनऊ में आईपीपीबी के उद्घाटन समारोह में गृहमंत्री ने इसे आर्थिक क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय डाक विभाग दुनिया का सबसे बड़ा पोस्टल नेटवर्क है। गांव स्तर पर फैली अपनी शाखाओं के माध्यम से यह लंबे समय से लोगों तक चिट्ठी पहुंचाने का माध्यम रहा है। संचार क्रांति के बाद डाक विभाग में परिवर्तन हुआ और आज यह बैंकिंग से जुड़ रहा है। उन्होने कहा कि चिट्ठी पहुंचाने वाला डाकिया अब आईपीपीबी के जरिये लोगों के चालू खाता खुलवाने से लेकर उन्हें कर्ज सुविधा मुहैया कराने का काम करेगा। गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जनसामान्य का विश्वस्त डाकिया अब एक बैंक की भूमिका निभाएगा और बैंकिंग सुविधाओं से वंचित तथा अल्पबैंकिंग सुविधाओं वाले उन लाखों भारतीयों को वित्तीय सेवाएं मुहैया कराएगा, जो कि अब तक इन सेवाओं से वंचित रहे हैं । दूरदराज के क्षेत्रों में रह रहे लोगों की सुविधा के लिए तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं का पैसा सीधे उनके खाते में जायेगा, जिससे एक पारदर्शी व्यवस्था बनेगी ।
गृहमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के कुछ ही समय के बाद प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से जन धन खाते खोले गए। उन्होने कहा कि बैंकिंग से सभी को जोड़ने का यह काम वित्तीय समावेशन की दिशा में महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि डिजिटलीकरण से व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ी है और भ्रष्टाचार खत्म हुआ है। आईपीपीबी ग्रामीण स्तर पर डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगा। गृहमंत्री ने कहा कि इसके लिए एक मोबाइल एप भी लाया गया है।
भारत को दुनिया की सबसे तेजी से विकास करती अर्थव्यवस्था बताते हुए गृहमंत्री ने कहा कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद की दर 8.2 फीसद रही। उन्होने कहा कि 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में आठवें-नौवें स्थान पर था। आज यह छठे स्थान पर आ गया है। श्री सिंह ने कहा कि जहां भी नीतियों में हस्तक्षेप की आवश्यकता महसूस हुई है वहां सरकार ने हस्तक्षेप से संकोच नहीं किया। उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने महत्वपूर्ण संस्थागत सुधार किए हैं। डाक घरों को आधुनिक तकनीकी से जोड़कर हाईटेक बनाना इसी कड़ी में एक अहम कदम है।
केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अर्थतन्त्र के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक को जोड़ने की जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सोच थी वह आज इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक– आईपीपीबी के रूप में साकार हो रही है। लखनऊ में आईपीपीबी के उद्घाटन समारोह में गृहमंत्री ने इसे आर्थिक क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय डाक विभाग दुनिया का सबसे बड़ा पोस्टल नेटवर्क है। गांव स्तर पर फैली अपनी शाखाओं के माध्यम से यह लंबे समय से लोगों तक चिट्ठी पहुंचाने का माध्यम रहा है। संचार क्रांति के बाद डाक विभाग में परिवर्तन हुआ और आज यह बैंकिंग से जुड़ रहा है। उन्होने कहा कि चिट्ठी पहुंचाने वाला डाकिया अब आईपीपीबी के जरिये लोगों के चालू खाता खुलवाने से लेकर उन्हें कर्ज सुविधा मुहैया कराने का काम करेगा। गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जनसामान्य का विश्वस्त डाकिया अब एक बैंक की भूमिका निभाएगा और बैंकिंग सुविधाओं से वंचित तथा अल्पबैंकिंग सुविधाओं वाले उन लाखों भारतीयों को वित्तीय सेवाएं मुहैया कराएगा, जो कि अब तक इन सेवाओं से वंचित रहे हैं । दूरदराज के क्षेत्रों में रह रहे लोगों की सुविधा के लिए तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं का पैसा सीधे उनके खाते में जायेगा, जिससे एक पारदर्शी व्यवस्था बनेगी ।
गृहमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के कुछ ही समय के बाद प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से जन धन खाते खोले गए। उन्होने कहा कि बैंकिंग से सभी को जोड़ने का यह काम वित्तीय समावेशन की दिशा में महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि डिजिटलीकरण से व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ी है और भ्रष्टाचार खत्म हुआ है। आईपीपीबी ग्रामीण स्तर पर डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगा। गृहमंत्री ने कहा कि इसके लिए एक मोबाइल एप भी लाया गया है।
भारत को दुनिया की सबसे तेजी से विकास करती अर्थव्यवस्था बताते हुए गृहमंत्री ने कहा कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद की दर 8.2 फीसद रही। उन्होने कहा कि 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में आठवें-नौवें स्थान पर था। आज यह छठे स्थान पर आ गया है। श्री सिंह ने कहा कि जहां भी नीतियों में हस्तक्षेप की आवश्यकता महसूस हुई है वहां सरकार ने हस्तक्षेप से संकोच नहीं किया। उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने महत्वपूर्ण संस्थागत सुधार किए हैं। डाक घरों को आधुनिक तकनीकी से जोड़कर हाईटेक बनाना इसी कड़ी में एक अहम कदम है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री विनय प्रकाश सिंह ने उत्तर प्रदेश में डाक सेवाओं के बढ़ते कदम की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य भर में इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की 73 शाखाएं और 292 सेवा केंद्रों का शुभारम्भ किया जा रहा है । इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक विभिन्न माध्यमों द्वारा कार्य करेगा, जिनमें काउंटर प्रचालन, द्वार पर सेवा, मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग आदि शामिल होंगे । श्री सिंह ने कहा कि डाक विभाग की भूमिका में तेजी से परिवर्तन हो रहा है । बचत, बीमा, ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में डाकघर नवीन टेक्नालॉजी के साथ लोगों की जरूरतें पूरा कर रहे हैं । अब लोग डाकघर के अपने बचत खातों को आई.पी.पी.बी. से लिंक करके भी इसका फायदा उठा सकेंगे । डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत तमाम सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का पैसा सीधे लोगों के खाते में पहुँच जायेगा ।
लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर कहा कि डिजिटल हो रही दुनिया में अब चिट्ठी बाँटने वाला डाकिया 'मोबाइल एप' के माध्यम से लोगों के घर पर दस्तक देगा और "आपका बैंक, आपके द्वार" की संकल्पना को साकार करेगा। डाक विभाग देश के सबसे पुराने विभागों में से एक है, जो कि तमाम महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है और अब वित्तीय समावेशन में भी अपनी अहम भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में किये जा रहे राष्ट्रव्यापी शुभारम्भ समारोह का भी लाइव प्रसारण किया गया। इस दौरान इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से डाकिया की बदलती भूमिका को रेखांकित करते हुए एक वृत्त चित्र भी लोगों को दिखाया गया, जिसकी थीम थी 'डाकिया बैंक लाया।'
कार्यक्रम के आरम्भ में गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह का स्वागत उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल श्री विनय प्रकाश सिंह, उत्तर प्रदेश की महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी का स्वागत लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव, मोहनलालगंज के लोकसभा सांसद श्री कौशल किशोर का स्वागत लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव, लखनऊ की मेयर श्रीमती संयुक्ता भाटिया का स्वागत निदेशक मुख्यालय श्री राजीव उमराव ने किया। तत्पश्चात दीप प्रज्वलन कर अतिथियों ने कार्यक्रम का औपचारिक शुभारम्भ किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह का स्वागत उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल श्री विनय प्रकाश सिंह, उत्तर प्रदेश की महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी का स्वागत लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव, मोहनलालगंज के लोकसभा सांसद श्री कौशल किशोर का स्वागत लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव, लखनऊ की मेयर श्रीमती संयुक्ता भाटिया का स्वागत निदेशक मुख्यालय श्री राजीव उमराव ने किया। तत्पश्चात दीप प्रज्वलन कर अतिथियों ने कार्यक्रम का औपचारिक शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की केबिनेट मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, मोहनलालगंज सांसद श्री कौशल किशोर, मेयर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, निदेशक मुख्यालय श्री राजीव उमराव, प्रवर डाक अधीक्षक शशि कुमार उत्तम, चीफ पोस्टमास्टर योगेंद्र मौर्य, इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सीनियर मैनेजर स्मृति श्रीवास्तव सहित तमाम जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न विभागों के अधिकारी–कर्मचारीगण, बचत अभिकर्ता, इत्यादि उपस्थित रहे ।
No comments:
Post a Comment