डाक टिकटों पर अब देश की रक्षा करने वाले नौजवानों की फोटो भी दिखेगी। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव की पहल पर डाक विभाग ने माई स्टैम्प के तहत सीआरपीएफ जवानों की तस्वीर डाक टिकट रूप में प्रकाशित करने की पहल की है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सौ से ज्यादा सीआरपीएफ जवानों के बुलंद चेहरे अब इन डाक टिकटों पर शोभायमान हो चुके हैं। विश्वेश्वरगंज स्थित वाराणसी प्रधान डाकघर में इन जवानों की तस्वीर माई स्टैम्प डाक टिकटों पर प्रकाशित की गई है। इसी क्रम में वाराणसी पश्चिमी मंडल के डाक अधीक्षक श्री राम मिलन और सहायक निदेशक श्री शम्भु राय ने सीआरपीएफ 95 बटालियन के कमांडेंट श्री नरेंद्रपाल सिंह को उनके फोटो वाली माई स्टैम्प भेंट की।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, डाक विभाग की माई स्टैम्प सेवा के तहत कुछ नियमों के अंतर्गत किसी भी जीवित व्यक्ति पर पर्सनलाइज़्ड डाक टिकट जारी किये जा सकते हैं। एक शीट में कुल 12 डाक टिकटों के साथ फोटो लगाई जा सकती है। पाँच रुपए के डाक टिकट, जिस पर आपकी तस्वीर होगी, वह देशभर में कहीं भी भेजी जा सकती है। इस हेतु सम्बंधित डाकघर में एक फार्म भरकर उसके साथ अपनी फोटो, पहचान पत्र और 300 रुपये जमा करने होते हैं। इसमें वेबकैम पर भी फोटो की सुविधा उपलब्ध है। वाराणसी जनपद में विश्वेश्वरगंज स्थित वाराणसी प्रधान डाकघर में यह सुविधा उपलब्ध है।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, धार्मिक और पर्यटन स्थली के रूप में वाराणसी की महत्ता को देखते हुए डाक विभाग ने "वाराणसी के घाट" थीम आधारित माई स्टैम्प शीट जारी की है, जिस पर वाराणसी के घाट और गंगा आरती की तस्वीर हैं। इनके साथ ही किसी की फोटो लगाकर पर्सनलाइज़्ड डाक टिकट जारी किये जाते हैं। सहायक निदेशक श्री शम्भु राय ने बताया कि इसके अलावा विभिन्न राशियों, फूलों, ताजमहल, शुभ विवाह, सालगिरह, बर्थडे से लेकर रिटायरमेंट तक की थीम पर 'माई स्टैम्प' के माध्यम से डाक टिकट जारी किया जा सकता है।
4 comments:
डाक टिकटों पर अब देश की रक्षा करने वाले नौजवानों की फोटो भी दिखेगी। बहुत बढ़िया पहल।
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (03-02-2021) को "ज़िन्दगी भर का कष्ट दे गया वर्ष 2021" (चर्चा अंक-3966)
पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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सुंदर प्रयोग!--ब्रजेंद्रनाथ
बहुत सुंदर पोस्ट जानकारी युक्त।
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