उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 20 जून, २०२३ को लखनऊ में राजभवन स्थित गांधी सभागार में केन्द्रीय संचार राज्यमंत्री देबू सिंह चौहान के साथ राजभवन उत्तर प्रदेश पर जारी ‘स्मारक डाक टिकट‘ का रिमोट दबाकर अनावरण तथा एल्बम के माध्यम से विमोचन किया. इस स्मरणीय अवसर पर सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने केन्द्रीय संचार राज्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभागी होने का विशेष उल्लेख किया.
उन्होंने कहा कि राजभवन मंत्रीगणों के लिए भ्रमण और मुलाकात का स्थल रहा है. पहली बार राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्यमंत्री द्वारा प्रतिभाग किया गया है. उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के दायित्वों की चर्चा करते हुए कहा कि सकारात्मक सोच के जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनता के कार्याें को आसान कर देते हैं. उन्होंने जनप्रतिनिधियों को जनहित में नियम और कार्य प्रणाली बनाने तथा अधिकारियों को जनता से संवेदनात्मक स्तर तक जुड़ कर कार्य सम्पादन करने के लिए प्रेरित किया.
राज्यपाल ने राजभवन की गतिविधियों का उल्लेख भी किया और कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से राजभवन को आम जनता के लिए भी खोला गया है. यहाँ के हरे-भरे उद्यान के प्राकृतिक वातावरण में लोग प्रातः काल भ्रमण के लिए आते हैं. राज्यपाल ने भारतीय डाक विभाग से अपेक्षा की कि राजभवन में आयोजित होने वाली इस विशिष्ट प्रदर्शनी पर भी ‘स्मारक डाक टिकट‘ जारी हो.
संचार राज्यमंत्री भारत सरकार देबू सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय डाक विभाग ने राष्ट्रीय एवं ऐतिहासिक विरासतों पर गर्व करना सिखाया. देबू सिंह चौहान डाक विभाग द्वारा देश के गौरव को परिलक्षित करने वाले साहित्यिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा उपलब्धिपरक अन्य स्मरणीय स्वरूपों पर जारी डाक टिकटों की चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश राजभवन का ‘स्मारक डाक टिकट‘ भी जारी किया गया है. ऐतिहासिक निर्णयों का गर्भगृह, यह राजभवन भारत की प्राचीन संस्कृति के साथ-साथ आधुनिक शक्ति का भी अनुभव कराता है।
उन्होंने राजभवन की सुंदर वास्तुशैली की प्रशंसा की और कहा कि वर्तमान में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस राजभवन के सुंदरीकरण में बड़ा योगदान दिया है. उन्होंने राज्यपाल द्वारा हाल ही में राजभवन के मुख्य भवन के समीप स्थित लगभग खण्डर हो चले भवन को सौन्दर्यीकृत कराकर ‘कर्मयोगी भवन‘ बनवाने का विशेष जिक्र करते हुए यहाँ पंचतंत्र वाटिका निर्माण, जैविक खेती के उद्यानों का विकास, नक्षत्र वाटिका निर्माण, ड्रैगन फ्रूट की खेती जैसे विशेष कार्यों की चर्चा भी की. उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश का सौभाग्य है कि गरीब जनता और महिलाओं के हित को गम्भीरता से समझने वाली शख्सियत इस प्रदेश की राज्यपाल हैं.
अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे ने इस अवसर पर सभी आमंत्रितों का स्वागत करते हुए इस आयोजन को गौरवशाली और स्मरणीय बताया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल के कार्यों से राजभवन में गतिविधियों का विस्तार हुआ है. राजभवन प्रदेश की सर्वोच्च इमारत है. यह वह खुला आसमान है, जिसका परिक्षेत्र असीमित है. चीफ पोस्ट मास्टर जनरल बी. सेल्वा कुमार ने स्मारक डाक टिकट के बारे में जानकारी दी. इस अवसर पर सहायक निदेशक जनरल गौरव कुमार सैनी, लखनऊ परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल विवेक कुमार दक्ष, डाक विभाग एवं राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.
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