Tuesday, June 16, 2020

Post offices in Uttar Pradesh will now sell hand sanitizers to fight against Corona



कोरोना से जंग में डाक विभाग अब एक और महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को तैयार है। अब उत्तर प्रदेश के डाकघरों से हैण्ड सेनेटाइजर्स की बिक्री भी की जाएगी। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश  परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि डाक विभाग मेघदूत ग्रामोद्योग सेवा संस्थान द्वारा निर्मित हैन्ड सैनेटाइजर और अन्य उत्पादों की बिक्री उत्तर प्रदेश में सभी प्रधान डाकघरों, मुख्य डाकघरों सहित 500 चयनित डाकघरों के माध्यम से करेगा। इस हेतु दोनों के मध्य  9 जून को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है। इसके तहत अब उत्तर प्रदेश के चयनित डाकघरों में मेघदूत ग्रामोद्योग सेवा संस्थान के उत्पाद अगले एक साल (15 जून 2020 से 14 जून 2021) तक बिक्री हेतु उपलब्ध होंगे। प्रोजेक्ट की सफलता को देखते हुए डाक विभाग इस करार को आगे बढ़ाने पर भी विचार कर सकता है।
चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि कोरोना से बचाव में  हैण्ड सेनेटाइजर्स की अहम भूमिका है।  ऐसे में आमजन को अच्छा व उचित मूल्य पर हैन्ड सैनेटाइजर उपलब्ध कराने के लिए डाक विभाग द्वारा यह करार किया गया है। मेघदूत ग्रामोद्योग सेवा संस्थान के ये उत्पाद 15 जून से उत्तर प्रदेश के चयनित डाकघरों से बिक्री हेतु उपलब्ध होगें।
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि बिक्री की मॉनिटरिंग व एकाउंटिंग के लिये लखनऊ जीपीओ को नोडल ऑफिस बनाया गया है। राजधानी में कुल 19 डाकघरों - जीपीओ, चौक, गोमतीनगर, अमीनाबाद पार्क, दिलकुशा, राजेंद्रनगर, महानगर, न्यू हैदराबाद, जानकीपुरम, विकासनगर, अलीगंज,  वृंदावन कालोनी, आवास विकास कालोनी, आलमबाग, हाईकोर्ट बेंच, निरालानगर, इंदिरानगर, मोहनलालगंज, मलिहाबाद में हैन्ड सैनेटाइजर्स की बिक्री की जाएगी। हैंड सैनेटाइजर्स की कीमत 60 मिली. के लिए रूपये 30/-, 100 मिली. के लिए रूपये 50/-, 210 मिली. के लिए रूपये 105/- एवं 500 मिली के लिए रूपये 250/- होगी।








पहल : कोरोना से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश में डाकघरों से भी होगी हैण्ड सेनेटाइजर्स की बिक्री

डाक विभाग व मेघदूत ग्रामोद्योग सेवा संस्थान के मध्य हुआ करार, उत्तर प्रदेश के 500 डाकघरों से होगी बिक्री

Tuesday, June 9, 2020

उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल ने बनाया रिकॉर्ड : एक दिन में 3.60 लाख लोगों को आधार इनेबल्ड पेमेंट्स सिस्टम से किया 43.75 करोड़ रुपये का भुगतान

लोगों को घर बैठे  उनके दरवाजे पर पैसे निकालने की सुविधा देने के क्रम में डाक विभाग ने उत्तर प्रदेश में 08 जून, 2020 को आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का महाअभियान चलाकर एक दिन में 3.60 लाख लोगों को लाभान्वित किया। उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि, इसके तहत 43.75 करोड़ रूपये से अधिक की राशि लोगों को घर बैठे प्रदान की गई। इसी के साथ उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल ने पूरे भारत में एक दिन में सर्वाधिक लोगों को भुगतान करने का रिकॉर्ड भी बना दिया।

विपदा के इस दौर में डाक विभाग की इस पहल को काफी सराहना मिल रही है। श्री सिन्हा ने बताया कि लॉक डाउन से अब तक उत्तर प्रदेश में 33.29 लाख से अधिक लोगों को 5 अरब 48 करोड़ रुपये की राशि उनके  बैंक खातों से निकालकर घर बैठे डाकिया द्वारा प्रदान की जा चुकी है। 
उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि आईपीपीबी के माध्यम से डाक विभाग डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक द्वारा घर-घर जाकर किसी भी बैंक से पैसा निकाल कर ग्राहकों को उपलब्ध करा रहा है। अत्यधिक संख्या में लोग इस सेवा का लाभ ले रहे हैं। राज्य व केंद्र सरकारों के द्वारा विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी जा रही राशि लोग घर बैठे ही डाकिया के माध्यम से निकाल पा रहे हैं। साथ ही, असहाय लोग जो कि शारीरिक रूप से अक्षम हैं, वृद्ध या फिर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र जहां पर एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां पर भी डाकिया व ग्रामीण डाक सेवक जाकर बैंक से पैसे निकाल कर लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं।
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के  निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, डाकियों के पास उपलब्ध माइक्रो एटीएम से प्रतिदिन एक व्यक्ति अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते से दस हजार रूपए तक की रकम निकाल सकता है। कोरोना महामारी के इस दौर में डाककर्मी सोशल डिस्टेंसिंग व पूरी एहतियात बरतते हुए समर्पण भाव के साथ कोरोना योद्धा के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।






Monday, June 8, 2020

Corona Warriors India Post : लॉकडाउन में अस्पतालों और मरीजों के लिए संजीवनी बना डाक विभाग, पीपीई किट्स और कोविड टेस्टिंग किट्स भी पहुँचा रहा

'डाकिया डाक लाया' गीत हम सभी लम्बे समय से सुनते आ रहे हैं। पर लॉकडाउन में डाकिया के थैले में अब सिर्फ चिट्ठियां व पैसे ही नहीं बल्कि दवाएं, मास्क पीपीई किट्स और अन्य मेडिकल उपकरण भी हैं। कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लागू लॉकडाउन ने अस्पतालों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए समस्याएं खड़ी कर दीं। प्लेन, ट्रेन और बसों सहित ट्रांसपोर्ट के प्राय: सभी साधन बंद होने से आवश्यक दवाओं की आपूर्ति एक अहम समस्या हो गई। कूरियर कंपनियों ने भी हाथ खड़े कर दिए। एक तो लॉकडाउन में बाहर निकल नहीं सकते, उस पर से कोरोना के डर से लोग को अस्पताल जाने में भी झिझकने लगे। ऐसे में डाक विभाग लोगों के लिए संजीवनी बनकर सामने आया। डाककर्मी विशेषकर डाकिया इस समय 'कोरोना योद्धा' के रूप में लगातार कार्य कर रहे हैं। स्वयं संचार मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद भी लॉक डाउन के दौरान उत्तर प्रदेश में डाक विभाग द्वारा किये जा रहे  तमाम कार्यों के बारे में ट्वीट करके  प्रशंसा कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि, लॉकडाउन में आम जनमानस को दवाइयों तथा अन्य जीवनोपयोगी वस्तुओं के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े, इस जिम्मेदारी को उठाते हुए डाक विभाग लगातार जीवनरक्षक दवाओं, एन 95 मास्क, पीपीई किट्स तथा वेंटिलेटर्स इत्यादि मेडिकल उपकरणों की बुकिंग व विभिन्न शहरों में उनका समयबद्ध तरीके से वितरण सुनिश्चित कर रहा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि, ई कॉमर्स कंपनी नेटमेड्स, सिप्ला से लेकर इंडियन ड्रग मैनुफैक्चर एसोसिएशन तक डाकघरों से दवाएँ भेज रहे हैं । नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मलेरिया रिसर्च, नई दिल्ली से  कोविड-19 टेस्टिंग किट्स कोल्ड चेन सिस्टम के अंतर्गत संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ (एसजीपीजीआई) में 18 घंटे के भीतर पहुँचाई गई।
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, अकेले लखनऊ के डाकघरों से अब तक लगभग 23 टन दवाएं स्पीड पोस्ट और पार्सल के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में भेजी जा चुकी हैं। कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाते हुए ढाई लाख  कोविड-19 टेस्टिंग किट्स भी लखनऊ के डाकघरों से स्पीड पोस्ट के माध्यम से बुक होकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों व सरकारी अस्पतालों में वितरित की जा चुकी हैं। इन्हें 24 घंटे के भीतर कोल्ड चेन सिस्टम में पहुँचाना होता है, ताकि ये खराब न हों।
श्री यादव ने कहा कि, अन्य राज्यों व जनपदों  से प्राप्त मेडिकल उपकरणों को प्राथमिकता के आधार पर तुरंत लोगों को पहुँचाया जा रहा है। लखनऊ में इसके लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था की गई है, ताकि जरूरत पड़ने पर एकदम सुबह या देर शाम में भी दवाओं व मेडिकल उपकरणों को एसजीपीजीआई, केजीएमयू या अन्य संस्थानों और व्यक्तियों तक पहुँचाया जा सके।
चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि, ट्रांसपोर्ट के सभी साधन बंद होने पर डाक के आदान-प्रदान के लिए डाक विभाग ने अपने रोड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को विकसित किया ताकि इसके माध्यम से नागरिकों को अंतिम छोर तक सुचारु रूप से डाक सेवाएँ पहुँचाई जा सकें। डाक विभाग की लाल रंग की मेल मोटर्स से दवाइयों के पार्सल एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का सफलतापूर्वक बुकिंग और वितरण सुनिश्चित किया जा रहा। इस दौरान सभी डाककर्मी सोशल डिस्टेंसिंग व पूरी एहतियात बरतते हुए समर्पण भाव के साथ कार्य कर रहे हैं।








कोरोना योद्धा : लॉकडाउन में अस्पतालों और मरीजों के लिए संजीवनी बना डाक विभाग

दवाओं के साथ मास्क, पीपीई  किट्स, वेंटिलेटर और कोविड टेस्टिंग किट्स भी पहुँचा रहा डाक विभाग

लखनऊ के डाकघरों से भेजी गईं 23 टन दवाएं और ढाई लाख कोविड-19 टेस्टिंग किट्स



Thursday, May 21, 2020

India Post 'Aapka Bank Aapke Dwaar' : लॉकडाउन में रमजान माह से लेकर मंदिर-मठों तक डाकघर की अनूठी पहल ने दी लोगों को घर बैठे सुविधा

कोरोना महामारी से उत्पन्न लॉकडाउन में डाक विभाग की आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम लोगों के लिए संजीवनी का कार्य कर रही है। रमजान माह में रोजा के चलते जो लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, वह भी घर बैठे डाकिया को फोन करके अपने बैंक खातों से पैसे निकाल रहे हैं। इसी प्रकार मंदिर और मठों में भी साधु-संत डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खातों से पैसे निकाल पा रहे हैं। डाक विभाग इस समय गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखते हुए सभी के दरवाजे पर जाकर "आपका बैंक, आपके द्वार" को फलीभूत कर रहा है।  
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के अधीन लखनऊ से लेकर अयोध्या, बाराबंकी, सीतापुर व रायबरेली तक में लोग घर बैठे पैसे निकालने की इस सुविधा से खुश नजर आ रहे हैं। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि में लखनऊ परिक्षेत्र में 3.15 लाख लोगों ने घर बैठे 4.25 करोड़ रूपये की राशि आहरित की।  
अयोध्या में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को जब एटीएम होते हुए भी पैसे निकालने में समस्या हुई तो उन्होंने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की एईपीएस सेवा के माध्यम से अपने बैंक खाते से पैसे निकाले तथा इस सेवा से प्रभावित होकर तुरंत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का खाता भी खुलवाया। गोलाघाट, अयोध्या के शाखा डाकपाल प्रवेश यादव ने उनके घर पर पहुँचकर खाता खोला। इकबाल अंसारी इससे काफी खुश हुए और पवित्र रमज़ान माह में घर बैठे यह सुविधा उपलब्ध कराने हेतु डाक विभाग के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद का शुक्रिया अदा किया।
लॉकडाउन में अयोध्या स्थित प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में साधु-संतों को भी 'आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम' के माध्यम से डाक विभाग ने उनके बैंक खातों से राशि निकाल कर दी। श्री संजय दास, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संकट मोचक सेना, हनुमान गढ़ी के साथ तमाम साधु-संतों ने इस सुविधा का लाभ लिया और डाकघर की इस पहल को सराहा। इस अनूठी सुविधा के लिए उन्होंने भी डाक विभाग के साथ-साथ प्रधानमंत्री व संचार मंत्री का आभार व्यक्त किया।

Tuesday, May 19, 2020

उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल ने बनाया रिकॉर्ड : एक दिन में सर्वाधिक 2.74 लाख लोगों को आधार इनेबल्ड पेमेंट्स सिस्टम से किया 30 करोड़ रुपये का भुगतान

लॉक डाउन में लोगों को घर बैठे  उनके दरवाजे पर पैसे निकालने की सुविधा देने के क्रम में डाक विभाग ने उत्तर प्रदेश में 11 मई को आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का महाअभियान चलाकर एक दिन में 2.74 लाख लोगों को लाभान्वित किया। इसके तहत 30 करोड़ रूपये से अधिक की राशि लोगों को घर बैठे प्रदान की गई। इसी के साथ उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल ने पूरे भारत में  एक दिन में सर्वाधिक लोगों को भुगतान करने का रिकॉर्ड बना लिया। विपदा के इस दौर में डाक विभाग की इस पहल को काफी सराहना मिल रही है। 
उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि आईपीपीबी के माध्यम से डाक विभाग डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक द्वारा घर-घर जाकर किसी भी बैंक से पैसा निकाल कर ग्राहकों को उपलब्ध करा रहा है। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी गई रकम भी घर बैठे लोग डाकिया के माध्यम से निकाल पा रहे हैं।
श्री सिन्हा ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान उत्तर प्रदेश में 19 लाख से अधिक लोगों को 2 अरब 78 करोड़ रुपये की राशि उनके  बैंक खातों से निकालकर घर बैठे डाकिया द्वारा प्रदान की जा चुकी है।
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, असहाय लोग जो कि शारीरिक रूप से अक्षम हैं, वृद्ध या फिर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र जहां पर एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां पर भी डाक विभाग का डाकिया जाकर बैंक से पैसे निकाल कर लोगों को उपलब्ध करा रहा है।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, डाकियों के पास उपलब्ध माइक्रो एटीएम से प्रतिदिन एक व्यक्ति द्वारा आधार लिंक्ड अपने बैंक खाते से दस हजार रूपए तक की रकम निकाली जा सकती है। कोरोना महामारी के इस दौर में डाककर्मी सोशल डिस्टेंसिंग व पूरी एहतियात बरतते हुए समर्पण भाव के साथ कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं।








India Post delivers over Rs. 30 crore cash in a day at door step in Uttar Pradesh in Lockdown 

उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल ने बनाया रिकॉर्ड : एक दिन में सर्वाधिक 2.74 लाख लोगों को आधार इनेबल्ड पेमेंट्स सिस्टम से  किया 30 करोड़ रुपये का भुगतान

डाक विभाग का महाअभियान : उत्तर प्रदेश में एक दिन में  2.74 लाख लोगों को 30 करोड़ रूपये से अधिक की राशि घर बैठे प्रदान की गई