Saturday, August 1, 2009

डाकिया बाबू राखी लाया

राखी का त्यौहार भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख त्यौहार है जो प्रत्येक वर्ष श्रावण मास में मनाया जाता है। आज इस आधुनिकता एवम विज्ञान के दौर में संसार मे सब कुछ हाईटेक हो गया है। वहीं हमारे त्यौहार भी हाईटेक हो गए है। इन्टरनेट व एस0एम0एस0 के माध्यम से आप किसी को कहीं भी राखी की बधाई दे सकते है। किन्तु जो प्यार, स्नेह, आत्मीयता एवं अपनेपन का भाव बहन द्वारा भाई की कलाई पर राखी बाँधने पर है वो इस हाईटेक राखी में नही है। इस सम्बन्ध में हिन्दी फिल्म का एक मशहूर गाना याद आता है-‘‘बहना ने भाई की कलाई पर प्यार बाँधा है, कच्चे धागे से सारा संसार बाँधा है।‘‘ इन पंक्तियों में छुपा भाव इस पर्व की सार्थकता में चार चाँद लगा देता है। डाकिया बाबू इन भावनाओं को हर साल आपके दरवाजे तक पहुँचाता है, सो इस साल भी तैयार है।

बहनों द्वारा राखियों को सुरक्षित एवं सुगमता से भेजने के लिए डाक विभाग ने पाँच तरह के लिफाफे जारी किये गये हैं। ये लिफाफे पूर्णतया वाटर प्रूफ, मजबूत, पारगमन के दौरान न फटने, रंगबिरंगे एवं राखी की विभिन्न डिजाइनों से भरपूर है। इसके चलते जहाँ राखी प्राप्त करने वाले को प्रसन्नता होगी, वहीं इनकी छंटाई में भी आसानी होगी। यही नहीं राखी डाक को सामान्य डाक से अलग रखा जा रहा है। लोगों की सुविधा के लिए डाकघरों में अलग से डलिया लगाई गयी हैं, जिन पर स्थान का नाम लिखा है। पोस्ट की गई राखियों को उसी दिन विशेष बैग द्वारा सीधे गंतव्य स्थानों को प्रेषित कर दिया जा रहा है, ताकि उनके वितरण में किसी भी प्रकार की देरी न हो। ऐसे सभी भाई जो अपने घर से दूर है तथा देश की सीमा के सजग प्रहरी हमारे जवान जो बहुत ही दुर्गम परिस्थियो मे भी देश की सुरक्षा मे लगे है उन सभी की कलाई पर बँधने वाली राखी को सुरक्षित भेजे जाने के लिए भी डाक विभाग ने विशेष प्रबन्ध किये हैं। तो आप भी रक्षाबन्धन का इन्तजार कीजिए और इन्तजार कीजिए डाकिया बाबू जो आपकी राखी को आप तक पहुँचाना सुनिश्चित करेंगे और भाई-बहन के इस प्यार भरे दिवस के गवाह बनेंगे।

11 comments:

Akanksha Yadav said...

Maine to in Designer-Envelopes men Rakhiyan bhej bhi di hai...sundar jankari.

विनोद कुमार पांडेय said...

बहुत बढ़िया डाकिया बाबू जी..
सुंदर लेख लिखा रक्षाबन्धन पर..
पुराने दिन से लेकर आज तक राखी का बदलता स्वरूप और उसका वर्णन..
बेहतरीन...

बधाई तो आपको लेनी ही पड़ेगी..
बहुत बहुत बधाई....

डॉ. मनोज मिश्र said...

बहुत अच्छा और पुनीत काम, डाक विभाग को बधाई.

Akshitaa (Pakhi) said...

Bahut sundar Rakhi.

Urmi said...

वाह बहुत बढ़िया! बहुत ख़ूबसूरत राखी!

सुशीला पुरी said...

aapki daak behad khubsurat hai......
badhi.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...

रक्षाबंधन पर्व की बधाई...

Dr. Brajesh Swaroop said...

इन्तजार कीजिए डाकिया बाबू जो आपकी राखी को आप तक पहुँचाना सुनिश्चित करेंगे और भाई-बहन के इस प्यार भरे दिवस के गवाह बनेंगे।
_____________________________
Meri Rakhi kahan hai Dakiya babu.

Akanksha Yadav said...

रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाओं सहित-
आकांक्षा,
शब्द-शिखर

RAJNISH PARIHAR said...

jitna intzar bahno ki raakhiyon ka rahta hai utna hi dakiye babu ka bhi..jo aajkal kabhi kabhaar hi nazar aate hai....

संजय भास्‍कर said...

बहुत ख़ूबसूरत