आज सुबह यूँ ही कुछ ब्लॉग की सैर करने निकला तो नज़र रवीन्द्र प्रभात जी के "परिकल्पना" पर पड़ी. कुछ देर खंगाला तो वहाँ हम भी चिट्ठी बाँचते नज़र आए. 21 दिसंबर, 2009 को प्रस्तुत वर्ष 2009 : हिंदी ब्लाग विश्लेषण श्रृंखला (क्रम-21) में रवीन्द्र जी ने हमें भी हिंदी ब्लॉग जगत के 9 उपरत्नों में दूसरे स्थान पर शामिल किया है. रवीन्द्र प्रभात जी व उन सभी स्नेही ब्लोगर्स-पाठकों का आभार जिनकी बदौलत हम आज यहाँ पर हैं !!
10 comments:
आपका ब्लॉग तो वाकई कमाल का है. मनचाही चिट्ठियों व रचनाओं से भरा हुआ...मुबारक हो.
आपके यश मेंइसी तरह वृद्धि होती रहे.बधाइयाँ.
बधाइयाँ.
यादव जी ,
जय हिंद
आपकी कविता जल्दी ही साहित्य हिन्दुस्तानी पर दिखाई देगी
डाकिया की महत्ता तो अपरम्पार है
नीचे वाला आपका कार्टून और ज्यादा अच्छा है
कभी लखनऊ आइये तो मुलाक़ात हो
मेरे जड़ी -बूटियों वाले ब्लॉग पर घूम आइये
Thank u Alka ji. Lko. men main to posted bhi raha hoon...chaliye fir kabhi mulakat hogi.
Congts. !!
सुन्दर कार्य की बधाई. आप डाकिया के बहाने बहुत महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं.
मुबारक हो...डाकिया यूँ ही प्रगति करते रहे.
बधाई ही बधाई.
जबरदस्त रहा भाई ..बधाई.
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