Monday, April 18, 2011

सुब्रत राय 'सहारा' पर डाक टिकट ....??

ब्रिटेन की राष्ट्रीय डाक सेवा रायल मेल भारतीय कार्पोरेट दिग्गज एवं सहारा समूह के अध्यक्ष सुब्रत राय के सम्मान में डाक टिकट जारी करेगी। ब्रिटेन ने उनकी उपलब्धियों को देखते हुए प्रथम श्रेणी का डाक टिकट जारी करने की घोषणा की है। इस सम्मान पर श्री राय ने कहा, ‘मेरे पास रायल मेल का आभार व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं, मुझे नहीं लगता कि मैं इसके लायक हूँ। मैं इस सम्मान की गरिमा बनाए रखने की कोशिश करुँगा।’ ब्रिटेन की संसद के प्रवक्ता जान बर्को ने शिक्षा, खेल और प्रौढ़ शिक्षा के क्षेत्र में समूह की उपलब्धियों का स्वागत करते हुए कहा, ‘हम आपकी उपलब्धियों को सलाम करते हैं।’


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सुब्रत राय पर ब्रिटेन के डाक विभाग द्वारा जारी होने वाले डाक टिकट की खबर तमाम अख़बारों में धड़ल्ले से छपी. कुछ समय पहले भोजपुरी गायक और अभिनेता मनोज तिवारी पर भी एक देश द्वारा डाक टिकट छपने की बातें मीडिया में आई थीं. पर इनका रहस्य ही कुछ और है ? वस्तुत: तमाम देश इस तरह के डाक टिकटों को कमर्शियल आधार पर बढ़ावा देते हैं. हाल ही में भारत में भी पर्सनालाइज्ड डाक टिकट आरंभ किये गए हैं, जिन्हें पिछले दिनों INDIPEX के दौरान बखूबी जारी भी किया गया. Business Standard अख़बार ने इस प्रकरण पर पूरी विस्तृत रिपोर्ट भी प्रकाशित की है. अख़बार लिखता है कि -'' A Royal Mail spokesperson said, “Royal Mail has a range of services which allow individuals or businesses to create a personalised label, which can feature their own image or logo next to a postage stamp.” “Companies and individuals around the world purchase Royal Mail’s customised stamp sheets and we are delighted to have produced these limited edition Business Customised sheets to mark this occasion. Our customised stamp products, Smilers and Business Customised services, are very popular with businesses and individuals, who create and purchase them to celebrate events which range from the birth of a baby to a significant event or achievement within their business.” .....तो क्या इंडियन सेलिब्रेटीज अपने को चर्चित बनाने के लिए इस तरह की ट्रिक का इस्तेमाल कर रहे हैं और मीडिया के माध्यम से उसे भुना भी रहे हैं. ऐसे डाक-टिकटों के पीछे छिपा हुआ यह वाकई रोचक पहलू है.

11 comments:

संजय भास्‍कर said...

आपकी उपलब्धियों को सलाम करते हैं

रचना said...

इस प्रकार की भ्रामक जानकारियां ब्लॉग पर डालने से पहले उनकी प्रमाणिकता भी खोज लेनी चाहिये .
रोयल मेल इस का पहले ही खंडन कर चुकी हैं
रोयल मेल के अनुसार इस प्रकार के टिकेट १५ यू अस डॉलर मे २० टिकेट कोई भी उनकी वेब साईट से अपने चित्र डाल कर छप सकता हैं .
सहारा इंडिया वालो ने यही किया और क्युकी पैसा बहुत कमा लिया हैं इस लिये ये करने के बाद एक पार्टी भी रख दी क्युकी उनको लन्दन में अपना कारोबार शुरू करना था

आज भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहीम चल रही हैं इस लिये हम को आप को उन लोगो का प्रवक्ता नहीं बनना चाहिये जो इमानदार नहीं हैं

रचना said...

royal mail denies stamp sahara

search with these terms and u will know the authenticity

KK Yadav said...

@ रचना जी,

इस ओर ध्यान आकृष्ट करने के लिए धन्यवाद. तदनुसार पोस्ट में संशोधन कर दिए हैं.

Shahroz said...

यह खबर हमने भी अख़बारों में पढ़ी थी. अच्छा हुआ कि आपने इसकी सच्चाई भी बता दी.

Shahroz said...

यह खबर हमने भी अख़बारों में पढ़ी थी. अच्छा हुआ कि आपने इसकी सच्चाई भी बता दी.

Unknown said...

बधाई.
मेरे ब्लॉग पर -
मीडिया की दशा और दिशा पर आंसू बहाएं
भले को भला कहना भी पाप

Akanksha Yadav said...

सब गोलमाल है....??

Unknown said...

अच्छी जानकारी मिली यहाँ ..आभार.

Dr.Sushila Gupta said...

mattvapoorna jankari ke lie aapka abhar.

Unknown said...

Great