नारी-सशक्तिकरण अब सिर्फ नारा नहीं रहा, बल्कि जमीनी स्तर पर भी इसके प्रभाव दिखने लगे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को महिलाओं ने हाथों-हाथ लिया और न सिर्फ भ्रूण हत्या को रोकने के लिए आगे आईं, बल्कि बेटियों के सुनहले भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि खाते भी खुलवाए। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत लगभग 2 लाख 15 हजार खाते खोले जा चुके हैं, जिनमें करीब 134 करोड़ रूपये जमा हुए हैं।
निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर रीजन में डाक विभाग द्वारा 250 गाँवों में 10 वर्ष तक की सभी बेटियों के खाते खुलवाकर उन्हें शत-प्रतिशत सुकन्या समृद्धि ग्राम भी बना दिया गया है। यह भी एक सुखद संयोग है कि 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी झुंझुनू में आ रहे हैं और इसी झुंझुनू का बाय गाँव राजस्थान का प्रथम सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनकर नई इबारत लिख चुका है।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि समाज में बेटा या बेटी का भेद ख़त्म हो रहा है, और हर कोई अपने बच्चों का भविष्य सुनिश्चित करना चाहता है। बेटियों के प्रति राजस्थान में भी सोच तेजी से बदल रही है और लिंगानुपात में दिनों-ब-दिन वृद्धि हो रही है। ऐसे में सुकन्या समृद्धि योजना के आर्थिक के साथ साथ सामाजिक आयाम भी महत्वपूर्ण हैं। डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ नारी-सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके माध्यम से माँएँ बेटियों के जन्म लेते ही अपनी बेटियों की उच्च शिक्षा और कैरियर के लिए डाकघरों में सुकन्या खाते खुलवा रही हैं। यही नहीं, गाँवों में यदि किसी घर में बेटी के जन्म की किलकारी गूँजती है तो डाकिया भी तुरंत उसका सुकन्या खाता खुलवाने हेतु पहुँच जाता है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना में जमा धनराशि पूर्णतया बेटियों के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। 10 वर्ष तक की बेटियों के लिए आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना में एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम डेढ़ लाख रूपये तक जमा किये जा सकते हैं। इस योजना में खाता खोलने से मात्र 15 वर्ष तक धन जमा कराना होगा। बेटी की उम्र 18 वर्ष होने पर जमा राशि का 50 प्रतिशत व सम्पूर्ण राशि 21 वर्ष पूरा होने पर निकाली जा सकती है। वर्तमान में ब्याज दर 8.1 प्रतिशत है और जमा धनराशि में आयकर छूट का भी प्रावधान है।
नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही सुकन्या समृद्धि योजना, राजस्थान के जोधपुर रीजन में 250 गाँवों को डाक विभाग ने बनाया सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम
राजस्थान में बच्चियों का बढ़ा लिंगानुपात, पश्चिमी राजस्थान में 10 साल तक की बेटियों के खुले 2 लाख 15 हजार सुकन्या खाते
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