Saturday, August 31, 2019

Director Postal KK Yadav visited Azamgarh Head Post Office

देश के हर कोने में, हर दरवाजे पर डाक विभाग की पहुँच है और वह लोगों  के सुख दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है | डाक सेवाएं नवीनतम तकनीकी अपनाते हुए नित्य नये आयाम रच रही है | इन सबसे जनमानस को जोड़ना हमारी प्राथमिकता में शामिल है | यह उद्गार आजमगढ़ डाक मंडल का वार्षिक निरीक्षक करने आये गोरखपुर व लखनऊ परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किया | 



निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग अपनी बचत बैंक और बीमा सेवाओं को ऑनलाइन करने के बाद अब इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के क्षेत्र में कदम रख चुका है | आजमगढ़ मंडल में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सेवाएं आजमगढ़ एवं मउ प्रधान डाकघर सहित मंडल के सभी डाकघरों में उपलब्ध है | अब तक आजमगढ़ डाक मंडल में 37760 खाते इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के तहत खोले गये है तथा 25 इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के सक्षम ग्राम बनाये गये है | आज इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से आर्थिक एवं सामाजिक समावेशन के तहत ग्रामीण पोस्टमैन चलते फिरते एटीएम के रूप में नई भूमिका निभा रहे है | इसी इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, छात्रवृत्ति तथा सरकार द्वारा सब्सिडी मिलेगी | 

दूसरी तरफ डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों  के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में स्थित सभी जनता को भी सभी योजनाओं के तहत लाने के लिए दर्पण प्रोजेक्ट के तहत गाँव में स्थित शाखा डाकघरों को भी हाईटेक करके हैंडहेल्ड डिवाइस के साथ सोलर चार्जिंग, मोबाइल थर्मल प्रिंटर, स्मार्ट कार्ड रीडर तथा  फिंगर प्रिंट स्कैनर के साथ अनेक उपकरण मुहैया कर दिये गये है ताकि ग्रामीण लोगो को शहरों की तरफ न भागना पड़े और घर बैठे ही डिजिटल सेवा का लाभ उठा सके | डाक विभाग का यह कदम भारत सरकार के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करता है | इस मिशन के तहत अब शाखा डाकघरों में भी स्पीड पोस्ट बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी | इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आजमगढ़ मंडल में डाक विभाग के 897190 बचत खाते अब तक खोले गये है |   




इस दौरान ग्रामीण डाक जीवन बीमा के बारे में बताते हुए डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि देश का किसान आज भी कड़ी मेहनत करने के बाद भी धन संचय नहीं कर पाता है | इसीलिए गरीबी उसके परिवार का साथ नहीं छोड़ पाती है | आज इन्सान का जीवन पल-पल जोखिम से भरा है | किसान एवं उसके परिवार के भविष्य को आर्थिक मंजबूती देने के लिए ग्रामीण डाक जीवन बीमा चालू किया गया है | यह आम व्यक्ति के लिए लाभकारी है | ग्रामीण डाक जीवन बीमा किसी भी अन्य बीमा कम्पनियों से कम किस्त जमा करते हुए अधिक बोनस देता है |   

अंत में डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि तमाम अग्रणी योजनाओं को डाक विभाग के माध्यम से प्रमुखता से लागू किया जा रहा है | इसी योजना में प्रधानमंत्री के अभियान बेटी बचाओ बेटी पढाओ के तहत अब डाकिये भी घर-घर जाकर लोगों को सुकन्या समृधि योजना के लिए जागरूक करेंगे | सुकन्या समृधि योजना के अंतर्गत आजमगढ़ मंडल में अब तक 44746 खाते खोलकर एक सुकन्या ग्राम भी बनाया गया है | साथ ही देश की मुख्य धारा से वंचित लोगों व उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में भी डाकघर द्वारा सक्रिय भूमिका का निर्वाहन किया जा रहा है | इसके अतिरिक्त सामाजिक सरोकार के निर्वाहन के लिए आधार नामांकन व अपडेशन के 52 केंद्र बनाये गये है जिसमें नया आधार बनाने के साथ-साथ सुधार का कार्य भी किया जा रहा है | वही आजमगढ़ की जनता को विदेश जाने के लिए आजमगढ़ व मउ में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला गया है | जिससे प्रतिदिन सैकड़ो पासपोर्ट बनाये जा रहे है | निरीक्षण के दौरान आजमगढ़ मण्डल के प्रवर अधीक्षक डाकघर योगेन्द्र कुमार मौर्य, आजमगढ़ प्रधान डाकघर के सीनियर पोस्टमास्टर जवाहर सिंह, सहायक अधीक्षक विवेकानंद सहित तमाम विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे ।




Wednesday, August 21, 2019

Dhai Akhar letter writing competition by India Post : Dear Bapu, You are Immortal

गाँधी जी का पत्रों से अटूट संबंध रहा है। यही कारण है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष में डाक विभाग द्वारा ‘प्रिय बापू, आप अमर हैं’ (Dear Bapu, You are Immortal) विषय पर "ढाई आखर" राष्ट्रीय स्तर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। और  यदि आपका पत्र चुना गया तो पाँच हजार से पचास हजार रूपये तक का पुरस्कार भी मिलेगा। उक्त जानकारी लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा  कि इस  'ढाई आखर' पत्र लेखन प्रतियोगिता (Dhai Akhar Letter writing Competition-2019) में किसी भी उम्र के लोग भाग ले  सकते हैं। पहला वर्ग 18 वर्ष तक तथा दूसरा 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का होगा। पत्र डाक विभाग द्वारा जारी अंतर्देशीय पत्र अथवा लिफाफे में ही स्वीकार्य होगा,  जिसमें क्रमशः 500 और 1,000 शब्दों में अंग्रेजी, हिन्दी अथवा स्थानीय भाषा में हाथ से पत्र लिखा जा सकता है। 
शहरों में  पत्र को प्रधान डाकघर या अन्य वितरण डाकघरों में इसके लिए निर्दिष्ट लेटर बॉक्स में ही  डालना होगा, जबकि गाँवों में लोग इसे अपने ब्रांच पोस्टमास्टर के माध्यम से भेज  सकते हैं। पत्र में अपना पूरा नाम, पता व जन्मतिथि सहित  चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तर प्रदेश परिमंडल, लखनऊ -226001  के पते पर 30 नवंबर, 2019  तक निर्धारित लेटर बॉक्स में  डाल दें। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया  कि  प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तरों पर तीन-तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इनमें परिमंडलीय (राज्य) स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: पचीस हजार, दस हजार व  पांच हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा। राष्ट्रीय  स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: पचास हजार, पचीस हजार व दस हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा।

डाक विभाग द्वारा 'ढाई आखर' पत्र लेखन प्रतियोगिता :  ‘प्रिय बापू, आप अमर हैं’ विषय पर पत्र  लिखिए और पाईये 50 हजार रूपये तक का ईनाम 

फैजाबाद का कोटसराय गाँव बना 'सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम' एवं 'सक्षम इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ग्राम'

भारतीय डाक विभाग द्वारा फैजाबाद डाक मंडल में मसौधा ब्लाक के कोटसराय गाँव को 'सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम' एवं 'सक्षम इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ग्राम' बनाये जाने के अवसर पर 8 अगस्त, 2019 को सम्मान समारोह आयोजित किया गया।  भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अतिमहत्वाकांक्षी योजना 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान के अन्तर्गत सुकन्या समृद्धि खाता एवं डिजिटल इंडिया के तहत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक को जन-जन तक पहुँचाने  के उद्देश्य से लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव के निर्देश पर फैज़ाबाद मण्डल के 5 गाँवों  को "सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम" एवं  34 गाँवों को सक्षम इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ग्राम' बनाया गया। इस दौरान सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने शिरकत करते हुए कहा कि बेटियाँ देश का भविष्य हैं और राष्ट्र निर्माण में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। भारत सरकार के अभियान 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' के अन्तर्गत सभी लोगों का दायित्व है कि बेटियों के भविष्य को संवारने के लिए सार्थक कदम उठाएं। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि  गाँवों में 10 साल तक की सभी योग्य बेटियों के खाते खुलवाकर उन्हें "सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम" में बदला जायेगा। मात्र 250 रुपये से सुकन्या खाते खुलवाये जा सकते हैं। बेटियां ही 21वीं सदी में हमारे देश का भविष्य हैं। श्री यादव ने लोगों से रूबरू होते हुये कहा कि भारत सरकार द्वारा नारी सशक्तिकरण की दिशा में तमाम महत्वपूर्ण योजनाएँ चलायी जा रही हैं। इसी क्रम में डाकघरों में सुकन्या समृद्धि योजना में धन जमा करने से माँ-बाप अपनी बेटी के भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभायेंगे। इससे बेटियों को आर्थिक व सामाजिक रूप से भविष्य में मजबूत किया जा सकता है। कन्या भ्रूण हत्या रोकने, महिला सशक्तिकरण, उच्च शिक्षा में  सुकन्या समृद्धि योजना राष्ट्र निर्माण में सहायक होगी।



इसके साथ ही डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के बारे में बताते हुए कहा कि सरकार इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से तमाम सरकारी सब्सिडी दे रही है।  इसी खाते से गैस सब्सिडी, राशन सब्सिडी, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, छात्रवृत्ति आदि घर बैठे डाकिया के माध्यम से मिल रहा है, अब किसी को भी दूर बैंकों तक जाने की जरूरत ही नहीं है क्योंकि "आपका बैंक आपके द्वार" सुविधा देने के लिए खड़ा हुआ है। दूसरी ओर उन्होंने दुकानदारों को आईपीपीबी का लाभ बताते हुए कहा कि वह मर्चेन्ट एकाउन्ट खुलवाकर ग्राहकों से खरीददारी का भुगतान ले सकते हैं। 




कार्यक्रम में शाखा पोस्टमास्टर कोटसराय श्रीमती पूनम सिंह को सक्षम आईपीपीबी ग्राम तथा समग्र सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाने के लिए तथा अन्य में विकास पाण्डेय, अभय सिंह, प्रवेश यादव, मुकेश यादव आदि को सम्मानित किया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि श्री प्रदीप सिंह ने अपने गांव कोटसराय सक्षम व समग्र बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया। 

फैज़ाबाद मण्डल के प्रवर अधीक्षक डाकघर श्री जेबी दुर्गापाल ने बताया कि कोटसराय, नरौली, सागरपट्टी पढ़िला, ऊंचेपुर, मकरही, गांवों को समग्र सुकन्या ग्राम तथा कोटसराय, बतौली, दसौली, धनेचा, नरौली सहित 34 गांवों को सक्षम गांव बनाया गया है। संचालन करते हुए मुख्य विपणन अधिकारी  सत्येन्द्र प्रताप सिंह ने सुकन्या समृद्धि एवं इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के बारे में विस्तृत जानकारी दिया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान अलगू सिंह, सहायक डाक अधीक्षक विनय यादव, सियाराम भारती, डाक निरीक्षक सिंकू, रोहित मनोज कुमार, एके सिंह, शोभनाथ यादव सहित डाक विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी, स्थानीय जन प्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।





बेटियाँ देश का भविष्य, राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान : डाक निदेशक केके यादव

गाँवों में सभी बेटियों के खाते खुलवा बनायेंगे 'संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम'-डाक निदेशक केके यादव 

बेटियों के भविष्य को संवारने में  सुकन्या समृद्धि खाते का अहम योगदान, मात्र 250 रुपये में खाता खुलवाएं-डाक निदेशक केके यादव

घर बैठे पाएं इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक से बैंक की सुविधा : डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

अब दिव्यांग, विधवा, सब्सिडी, छात्रवृत्ति का पैसा भी आई पी पी बी के माध्यम से 

Tuesday, August 20, 2019

Director Postal KK Yadav gifted customised My stamps to Actor Kartik Aaryan in Lucknow

Kartik Aaryan, who is shooting his next film Pati Patni Aur Woh in Lucknow, got a customised gift from the Mr. Krishna KumarYadav, Director Postal Services of Lucknow HQ Region.The actor has been gifted with a customised 'My Stamp', featuring him, during his shooting in Chief Post Master General office in Hazratganj, Lucknow. The actor shot a major portion of the comedy at this heritage building.
The My stamp can be used around the world. Krishna Kumar Yadav, Director, Postal Services told, "Kartik Aaryan was excited when we shared the my stamp with him. We told him that they could be used to write letters not only to people in India, but also abroad. We wanted to give something to the actor that he will cherish as he shot for weeks in our office. What could be more special than him being a part of the stamp collection! It is a new initiative that we have undertaken."
Kartik Aaryan is also overwhelmed by the sweet gesture of the Postal Department, Lucknow. He said, "I was surprised to see myself on the stamps. It's such a thoughtful gesture. It feels great to receive so much love."
Recently, a picture of Kartik Aaryan sitting inside the post office went viral. The actor was shooting at the post office for his upcoming film Pati Patni Aur Woh. He will be seen sharing screen space with Ananya Panday and Bhumi Pednekar in the film. Several videos and pictures of the stars from the shoot of the film have gone viral.

Friday, August 16, 2019

डाक निदेशक केके यादव ने अभिनेता कार्तिक आर्यन को भेंट किया "माई स्टैम्प"

डाक टिकटों पर अपनी फोटो देखने की चाहत सभी को होती है। फिर चाहे वह आम आदमी हो या सेलिब्रेटी। युवा दिलों की धड़कन फिल्म अभिनेता कार्तिक आर्यन को ऐसा ही खूबसूरत उपहार दिया डाक विभाग ने। लखनऊ में हजरतगंज स्थित चीफ पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय में "पति, पत्नी और वो" फिल्म की शूटिंग के लिए लखनऊ पधारे फिल्म अभिनेता कार्तिक आर्यन को लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कार्तिक आर्यन की डाक टिकटों वाली "माई स्टैम्प" भेंट की। कार्तिक आर्यन डाक टिकटों पर अपनी फोटो देखकर काफी रोमांचित हुए और इस बारे में काफी जानकारी भी ली ।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने उन्हें बताया कि इन डाक टिकटों को पत्रों पर लगाकर देश-विदेश भी भेजा जा सकता है। कार्तिक ने इस खूबसूरत गिफ्ट के लिए डाक विभाग का आभार जताया।  गौरतलब है कि लखनऊ जीपीओ और चीफ पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय के हेरिटेज लुक के चलते कई हिंदी फिल्मों की शूटिंग यहाँ पर हुई हैं। इनमें रेड, गुलाबो सिताबो से लेकर पति, पत्नी और वो जैसी चर्चित फ़िल्में शामिल हैं। डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि माई स्टैम्प की सुविधा राजधानी में लखनऊ जीपीओ और चौक प्रधान डाकघर में उपलब्ध है। इसके अलावा महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान "कॉरपोरेट माई स्टैम्प" के तहत अपने संस्थान की फोटो और लोगो डाक टिकटों पर लगवा सकते हैं। 

डाक निदेशक केके यादव ने अभिनेता कार्तिक आर्यन को भेंट किया  "माई स्टैम्प" 

डाक टिकट पर अपनी फोटो देखकर अभिनेता कार्तिक आर्यन हुए रोमांचित, डाक विभाग को कहा शुक्रिया








Monday, August 12, 2019

Beniram from Postal Department to 200-year-old shop selling Imarti in Jaunpur

I was in Jaunpur for a day to explore the ancient grandeur of the city, but the one thing on my mind was the iconic Beniram ki Imarti that I was about to taste after nearly 25 years. Reaching the 200-year-old shop, I was transported back to another era. The imartis were as soft as etched in my memory, mildly sweet and the same dull-brown colour that indicates no use of colouring agents. Rakesh Modanwal, the fourth-generation owner of the shop, says proudly that they haven’t changed the recipe since his ancestor Beniram opened the store and they still use the green variety of urad dal, pure ghee and traditionally purified raw sugar to make their imartis. In fact, they’re so popular that it’s common for people to drive a few hundred kilometres to buy a batch.

Beniram’s would be the oldest surviving shop selling imartis, a mithai that originated in India, unlike the jalebi that came from the Middle East, despite their appearance.
Jalebi is made of refined flour, a product of the Industrial Revolution, which is fermented naturally in the form of batter before being piped into hot ghee or oil; imarti is made of urad dal flour, fermented in the form of a thicker batter along with a little rice flour, both native ingredients being used since the Vedic era in the Indian subcontinent. The processes followed to make jalebi and imarti are similar, but the pattern or motif is distinctively different. Jalebi has a link chain pattern, while imarti is always made in singular units, where a circular base is first made and a scalloped pattern is piped over the circular girdle to give it a floral motif. The distinctive motif and the base ingredients in imarti make a bold statement about their genesis.

Imarti has also been mentioned in ancient texts. The Sanskrit name sudha kundalika (coils of amrit) indicates imarti or amriti has been around for aeons. Another ancient temple sweet from Kanyakumari called inippu thenkuzhal (coils of honey), as my friend Anoop Chand informs, is also made of urad dal and rice flour and has a similar tubular design. The oldest imarti recipe of Beniram’s, using green urad dal, is a clue regarding its ancient origin. In fact, the green-skinned urad dal is the reason why urad and mung dal were considered similar species by botanists earlier; this is because of the morphological ambiguity of green-skinned urad dal, whose skin resembles mung dal but the mucilaginous texture is like black urad.

Coming back to Beniram’s imarti, they have a shop at Olandgunj, Jaunpur, while the older shop is located at Shahi Pul, that was constructed during Akbar’s regime.

Modanwal told me that when his ancestor Beniram started making imartis in the mid-19th Century, it was not for business, but to treat his own family and friends with a mithai that he had learned from his ancestors. Beniram worked in the Postal Department, and once his British officer asked him to cook for them. Beniram made imartis among other things, and the next day, his officer called him and asked him to discontinue his service. Perplexed, Beniram apologised for any mistake that he might have made, and that’s when the officer told him that he has a rare talent of making great imartis and he should start a business. Beniram was given the prime location next to the Shahi Pul to start his shop, and a full year’s leave from his job, so he could establish a new business without any financial burdens or fear of failure. The shop still stands.

Sunday, August 4, 2019

डाक निदेशक केके यादव को उ.प्र. के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने किया सम्मानित

लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ एवं चर्चित साहित्यकार व ब्लॉगर श्री कृष्ण कुमार यादव को प्रशासनिक एवं सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने विधायी एवं न्याय मन्त्री श्री बृजेश पाठक की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में "भोजपुरी गौरव" सम्मान से विभूषित किया। यह सम्मान अखिल भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा विश्वेशरैया प्रेक्षागृह, लखनऊ में 3 अगस्त, 2019 को आयोजित एक भव्य समारोह में यह सम्मान प्रदान किया गया। 


अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रभुनाथ राय ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों को इस अवसर पर "भोजपुरी रत्न" और "भोजपुरी गौरव" सम्मान से अलंकृत किया गया। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा आयोजित भोजपुरी महोत्सव-2019 के मुख्य अतिथि डॉ दिनेश शर्मा उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, विशिष्ट अतिथि श्री  बृजेश पाठक, विधि एवं न्याय मंत्री उत्तर प्रदेश, श्री आशुतोष टंडन, चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश, श्री महेंद्र सिंह, ग्राम्य विकास मंत्री उत्तर प्रदेश, श्रीमती अनुपमा जयसवाल, बेसिक शिक्षा एवं बाल पुष्टाहार मंत्री उत्तर प्रदेश, श्रीमती संयुक्ता भाटिया, महापौर लखनऊ को भोजपुरी रत्न सम्मान से अलंकृत किया गया।
इसी क्रम में डॉ रजनीश दुबे (IAS) प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन, श्री राजन शुक्ला (IAS) प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन, श्री जितेंद्र कुमार (IAS) प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन, श्री कृष्ण कुमार यादव (IPS) निदेशक डाक सेवाएं, लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र, डॉ अमित अग्रवाल, अधीक्षक एसजीपीजीआई लखनऊ, डॉ भुवन चंद्र तिवारी, अधीक्षक डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, डॉक्टर निर्मेश भल्ला, डॉ एसके श्रीवास्तव, श्री बाबा हरदेव सिंह, पूर्व अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पीसीएस संघ, डॉ एन डी पाठक, निदेशक भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ, श्री आनंद मणि त्रिपाठी, अध्यक्ष अवध बार एसोसिएशन, श्री कुलदीप पति त्रिपाठी, अपर महाधिवक्ता भारत सरकार को "भोजपुरी गौरव सम्मान" से अलंकृत किया गया।
कार्यक्रम का कुशल आयोजन श्री प्रभुनाथ राय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय भोजपुरी समाज एवं समाज के पदाधिकारी श्री मनोज सिंह, श्री राम रतन यादव, श्री संजय सिंह, श्री पीएन तिवारी,श्री हनुमान यादव,श्री अमरीश राय,श्री विजय यादव,श्री अभिषेक राय,श्री सीके प्रसाद, डॉ देवराज सिंह, सुनील सिंह, अंबिका,श्रीमती सुनीता राय, श्री वेद प्रकाश राय, इंजीनियर महेंद्र श्रीवास्तव आदि के नेतृत्व में किया गया । कार्यक्रम का  संचालन श्री रामविलास सिंह यादव  के द्वारा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत धोबिया नृत्य,फरि नृत्य, कजरी,भोजपुरी कविता पाठ आदि मनमोहक कार्यक्रम कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया ।
भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय और महासचिव मनोज सिंह ने इस अवसर पर भोजपुरी को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कर इसका दायरा बढाने की अपील की। इस अवसर पर प्राविधिक शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा मन्त्री श्री आशुतोष टंडन, ग्राम्य विकास मन्त्री डॉ. महेंद्र सिंह, बेसिक शिक्षा मन्त्री सुश्री अनुपमा जायसवाल, महापौर श्रीमती सन्युक्ता भाटिया सहित तमाम प्रमुख जन उपस्थित रहे।