संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने महात्मा गांधी पर संयुक्त राष्ट्र डाक टिकट का उद्घाटन किया। यह डाक टिकट एक कार्यक्रम 'समकालीन विश्व में महात्मा गांधी की प्रासंगिकता' में जारी किया गया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जाई इन समेत अन्य विश्व नेताओं की उपस्थिति में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गांधी सोलर पार्क का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि गांधी जी ने उन लोगों को भी प्रेरणा दी जो उनसे कभी नहीं मिले। मार्टिन लूथर किंग और नेल्सन मंडेला की नीतियां और विचारधाराएं महात्मा गांधी के दृष्टिकोण पर ही आधारित थीं। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने अपने जीवन में कभी प्रभाव पैदा करने की कोशिश नहीं की लेकिन यह प्रेरणा का स्रोत बन गया। हम ऐसे युग में रह रहे हैं जहां 'कैसे प्रभावित करें' का चलन है लेकिन गांधी जी का दृष्टिकोण 'कैसे प्रेरित करें' था।
वहीं, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि गांधी जी एक सच्चे देशभक्त, राजनीतिज्ञ और संत थे। उन्होंने अपना जीवन मानव जाति के लिए समर्पित कर दिया। वह आशा की किरण और अंधेरे में प्रकाश की तरह थे। शेख हसीना ने कहा कि आम लोगों के प्रति गांधी जी के प्रेम और अहिंसा के आदर्शों ने तत्कालीन पाकिस्तानी नेताओं के शांतिप्रिय बंगालियों पर उत्पीड़न और अत्याचार के खिलाफ बंगबंधु शेख मुजीब के संघर्ष, असहयोग के दृष्टिकोण को आकार देने में योगदान दिया।
यह कार्यक्रम महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष को मनाने के लिए आयोजित किया गया था। जिसमें उनके विचारों और मूल्यों की आज के समय में लगातार प्रासंगिकता पर चर्चा की गई।
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