Friday, September 30, 2022

वैश्वीकरण के दौर में प्रभावशाली भाषा के रूप में उभरी हिंदी - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

हिंदी स्वाधीनता आंदोलन के साथ-साथ जन आंदोलनों की भी भाषा रही है। भारतीय विचार और संस्कृति का वाहक होने का श्रेय हिंदी को ही जाता है। हिंदी आम आदमी की भाषा के रूप में देश की एकता का सूत्र है। भाषा वही जीवित रहती है जिसका प्रयोग जनता करती है। सभी भारतीय भाषाओं की बड़ी बहन होने के नाते हिंदी विभिन्न भाषाओं के उपयोगी और प्रचलित शब्दों को अपने में समाहित करके सही मायनों में भारत की संपर्क भाषा होने की भूमिका निभा रही है। उक्त उद्गार वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. चौथी राम यादव ने बतौर मुख्य अतिथि वाराणसी प्रधान डाकघर में हिंदी पखवाड़ा के समापन समारोह में व्यक्त किये।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि भाषा के रूप में हिंदी न सिर्फ भारत की पहचान है बल्कि यह हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक भी है। वैश्वीकरण के दौर में हिंदी विश्व स्तर पर एक प्रभावशाली भाषा बनकर उभरी है। इंटरनेट ने हिंदी को सर्वसुलभ बना दिया है, ऐसे में सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से भी हिंदी बखूबी विस्तार पा रही है। भारत सरकार द्वारा विकास योजनाओं तथा नागरिक सेवाएं प्रदान करने में हिंदी के प्रयोग को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है। आज संयुक्त राष्ट्र संघ जैसी संस्थाओं में भी हिंदी की गूंज सुनाई देने लगी है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. सुभाष यादव ने कहा कि हिंदी हमारे पारम्पंरिक ज्ञान, प्राचीन सभ्यता और आधुनिक प्रगति के बीच एक सेतु भी है। हिंदी भाषा के प्रसार से पूरे देश में एकता की भावना  प्रबल हो रही है।

इस अवसर पर हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के विजेताओं को पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने अतिथियों संग सम्मानित किया। इनमें वाराणसी पूर्वी मंडल के 17, वाराणसी पश्चिमी मंडल के 15 और प्रधान डाकघर के 06 कर्मचारी सम्मानित हुए।

ये हुए सम्मानित-

निबंध प्रतियोगिता में निवेदिता सिंह, रमापति मिश्रा, कमल भारती, आनंद प्रधान, हरिशंकर यादव, संजय कुमार सिंह, अनुराग शुक्ल, आर.एन. विश्वकर्मा, राहुल कुमार सिंह, हिंदी टिप्पण एवं आलेखन प्रतियोगिता में दीपमनि तिवारी, रमापति मिश्रा, शिवराम कृष्ण, आनंद प्रधान, मुकेश जायसवाल, दिनेश कुमार मौर्य, हिंदी काव्यपाठ प्रतियोगिता में रमेश यादव, ज्ञान सागर, सोनम मौर्या, जे.पी. सिंह, उमंग शुक्ल, वीरेंद्र मिश्र, हिंदी पत्र लेखन प्रतियोगिता में संतोष कुमार भाष्कर, सतीश गुप्ता, प्रतिमा मौर्या, हिन्दी टंकण प्रतियोगिता में रोशनी कुमारी,आशीष कुमार, मुकेश जायसवाल, अमन गुप्ता, राहुल कांत तोमर, उमंग शुक्ल, विजय गुप्ता, केशव कांत चतुर्वेदी, ज्ञान सागर, हिन्दी श्रुत लेखन प्रतियोगिता में निधि तिवारी, चूड़ामणि मिश्र, धर्मेंद्र, भागवत प्रसाद, संजय कुमार को पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव और प्रो. चौथीराम द्वारा सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर अधीक्षक डाकघर पी.सी तिवारी, सीनियर पोस्टमास्टर चंद्रशेखर सिंह बरूआ, सहायक अधीक्षक मासूम रजा रश्दी, एसके चौधरी, अजय कुमार, दिलीप सिंह यादव  डाक निरीक्षक रमेश यादव, सर्वेश सिंह, श्रीकांत पाल, श्री प्रकाश गुप्ता, अजिता कुमारी  सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।






Thursday, September 29, 2022

संचार-क्रांति, सूचना-प्रौद्योगिकी और नवाचार की भाषा के रूप में हिंदी रच रही नए आयाम - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

हिन्दी सिर्फ साहित्य ही नहीं बल्कि विज्ञान से लेकर संचार-क्रांति, सूचना-प्रौद्योगिकी और नवाचार की भाषा भी है। हिंदी हमारी मातृभाषा के साथ-साथ राजभाषा भी है, ऐसे में इसके विकास के लिए जरुरी है कि हम हिंदी भाषा को व्यवहारिक क्रियाकलापों के साथ-साथ राजकीय कार्य में भी प्राथमिकता दें। सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषाओं में से एक है। हिन्दी अपनी सरलता, सुबोधता, वैज्ञानिकता के कारण ही आज विश्व में दूसरी सबसे बड़ी बोली जाने वाली भाषा है। 



क्षेत्रीय डाक कार्यालय में 28 सितंबर को आयोजित हिंदी कार्यशाला और सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किये। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग में प्रोफ़ेसर सत्यपाल शर्मा और कवि श्री दान बहादुर सिंह संग उन्होंने पखवाड़ा के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के विजेताओं को सम्मानित भी किया।

बतौर मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के प्रोफ़ेसर सत्यपाल शर्मा ने कहा कि भारत के स्वाधीनता आंदोलन में हिंदी ने संपर्क भाषा और राष्ट्रभाषा के रूप में राष्ट्रीय एकता की निर्मिति में ऐतिहासिक योगदान दियाI आजादी के बाद संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया। राजभाषा के रूप में हिंदी के विकास के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक प्रयास किए गए हैं। बदलते समय की चुनौतियों के अनुरूप राजभाषा, संपर्क भाषा और महत्वपूर्ण ज्ञानभाषा बने रहने के लिए हिंदी को तकनीकी रूप से और समृद्ध बनना होगा। हिंदी की सबसे बड़ी ताकत उसके बोलने वालों की बड़ी संख्या है। लोकभाषा और जनभाषा के रूप में हिंदी भारतीय समाज के बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व हजारों वर्षों से करती रही है। हिंदी का विरोध ज्ञानभाषा अंग्रेजी से नहीं बल्कि राजभाषा अंग्रेजी से है।

सहायक निदेशक राजभाषा श्री बृजेश शर्मा ने बताया कि डाक विभाग की ओर से हिंदी पखवाडे़ में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सभी कर्मचारियों, अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और हिन्दी पखवाड़े को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस अवसर पर कवि श्री दान बहादुर सिंह ने अपनी कविताओं से शमां बांधा और लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

ये हुए सम्मानित-



निबंध प्रतियोगिता में अभिलाषा राजन, रामचंद्र  यादव, अजिता कुमारी, हिंदी टिप्पण एवं आलेखन प्रतियोगिता में शशिकांत वर्मा, राहुल कुमार वर्मा, राकेश कुमार, हिन्दी अनुवाद एवं शब्द ज्ञान प्रतियोगिता में शम्भू प्रसाद गुप्ता, श्रीप्रकाश गुप्ता, मनीष कुमार, हिंदी व्याकरण ज्ञान प्रतियोगिता में रामचंद्र यादव, राहुल कुमार वर्मा, अभिलाषा राजन, हिन्दी टंकण प्रतियोगिता में राकेश कुमार,अजिता कुमारी, मनीष कुमार एवं हिन्दी श्रुत लेखन प्रतियोगिता में प्रशांत पाण्डेय, अखिलेश मौर्य, इन्द्रजीत गौतम को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से पोस्टमास्टर जनरल और मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में सहायक निदेशक राजभाषा बृजेश शर्मा, अधीक्षक डाकघर पी.सी तिवारी, वरिष्ठ लेखाधिकारी एम.पी वर्मा, सहायक अधीक्षक अजय कुमार, सहायक लेखा अधिकारी संतोषी राय, डाक निरीक्षक श्रीकांत पाल, वीएन द्विवेदी, राजेन्द्र यादव, श्रीप्रकाश गुप्ता  सहित तमाम विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक अधीक्षक अजय कुमार ने किया।








संचार-क्रांति, सूचना-प्रौद्योगिकी और नवाचार की भाषा के रूप में हिंदी रच रही नए आयाम - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

विश्व में दूसरी सबसे बड़ी बोली जाने वाली भाषा है हिंदी - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

हिंदी सिर्फ राजभाषा व संपर्क भाषा नहीं, ज्ञान भाषा के रूप में हो रही विकसित - प्रो सत्यपाल शर्मा

डाक विभाग में हिंदी पखवाड़ा का आयोजन, विजेताओं को पोस्टमास्टर जनरल ने किया सम्मानित

Friday, September 23, 2022

'Dhai Akhar' National level letter writing competition on topic 'Vision for India 2047' by Department of Posts

'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाते हुए देश की युवा पीढ़ी के मन में अक्सर यह ख्याल आता है कि वर्ष 2047 में हमारा भारत देश कैसा होगा। इसी के मद्देनजर भारतीय डाक विभाग द्वारा ‘विज़न फॉर इण्डिया 2047’ विषय पर "ढाई आखर" राष्ट्रीय स्तर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। और  यदि आपका पत्र चुना गया तो पाँच हजार से पचास हजार रूपये तक का पुरस्कार भी मिलेगा। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। इसके लिए विभिन्न स्कूल-कॉलेज डाक विभाग के साथ मिलकर अपने यहाँ पर आयोजन कर सकते हैं। इसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर, 2022 है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा  कि इस  'ढाई आखर' पत्र लेखन प्रतियोगिता में किसी भी उम्र के लोग भाग ले  सकते हैं। पहला वर्ग 18 वर्ष तक तथा दूसरा 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का होगा। पत्र डाक विभाग द्वारा जारी अंतर्देशीय पत्र अथवा लिफाफे में ही स्वीकार्य होगा,  जिसमें क्रमशः 500 और 1,000 शब्दों में अंग्रेजी, हिन्दी अथवा स्थानीय भाषा में हाथ से पत्र लिखा जा सकता है। पत्र में अपना पूरा नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर और विद्यालय के नाम  सहित पोस्टमास्टर जनरल, वाराणसी परिक्षेत्र, वाराणसी-221002  के पते पर 31 अक्टूबर, 2022 तक भेजना होगा।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया  कि प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तरों पर विभिन्न 4 श्रेणियों में तीन-तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इनमें परिमंडलीय (राज्य) स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: पचीस हजार, दस हजार व  पांच हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा। राष्ट्रीय  स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: पचास हजार, पचीस हजार व दस हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा। कुल मिलाकर पूरे देश में 40 लाख 20 हजार रूपये के पुरस्कार विजेताओं को दिए जायेंगे। इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए विभिन्न मंडलों के अधीक्षक और प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर से संपर्क किया जा सकता है।

डाक विभाग द्वारा ‘विज़न फॉर इण्डिया 2047 ’ विषय पर 'ढाई आखर' पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन

विजेताओं को मिलेगा 5 हजार से 50 हजार रूपये तक का पुरस्कार, अंतिम तिथि 31 अक्टूबर

While celebrating the 'Azadi Ka Amrit Mahotsav', a thought often comes in the mind of the young generation of the country that how our India will be in the year 2047. In view of this, a national level letter writing competition is being organized by the Department of Posts on the topic 'Vision for India 2047'. if letter of the applicant is selected, applicant will receive a prize ranging from five thousand to fifty thousand rupees. While providing above information, Shri Krishna Kumar Yadav, Postmaster General, Varanasi Region also told that for this, various schools and colleges can organize their own in association with the Postal Department. Last date is fixed on October 31, 2022.

Postmaster General, Shri Krishna Kumar Yadav said that people of any age can participate in 'Dhai Akhar' letter writing competition. The first category will be up to 18 years and the second will be above 18 years of age. Letter will be accepted only in an inland letter or in envelope issued by the Department of Posts, in which letter can be written by hand in English, Hindi or local language in 500 and 1,000 words respectively. This letter should be sent to the Postmaster General, Varanasi Region, Varanasi - 221002 by 31st October, 2022 with full name, address, date of birth, mobile number and name of the school of participant.

Postmaster General, Shri Krishna Kumar Yadav informed that three prizes each in different 4 categories will be given to the winners of the competition at the State and National levels. Best letter selected at the Circle (State) level will be given prizes of twenty five thousand, ten thousand and five thousand rupees in the first, second and third category respectively. Prizes of fifty thousand, twenty five thousand and ten thousand rupees will be given to the best letters selected at National level in first, second and third category respectively. Overall, prizes worth Rs 40.20 lakhs will be given to the winners across the country. For more information, Superintendent of various Postal Divisions and Postmaster of the Head Post Office can be contacted.







'Dhai Akhar' letter writing competition on topic 'Vision for India 2047' by Department of Posts

Winners will get prizes ranging from 5 thousand to 50 thousand rupees, last date is 31 October

Thursday, September 22, 2022

Department of Posts will organize 12th State Level Philatelic Exhibition 'UPHILEX-2022' at Lucknow from October 15 to 17, 2022

आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में उत्तर प्रदेश डाक परिमण्डल द्वारा 12वीं राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी 'यूफिलेक्स–2022' का आयोजन 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर, 2022 तक ललित कला अकादमी, अलीगंज, लखनऊ में किया जाएगा। उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने इस प्रदर्शनी के आयोजन के संबंध में विशेष बुकलेट जारी करते हुए बताया कि इस प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश के तमाम डाक टिकट संग्रहकर्ताओं द्वारा भारत एवं विश्व के विभिन्न अनूठे व मूल्यवान डाक टिकटों का प्रदर्शन किया जाएगा। गौरतलब है कि पिछली राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी आठ वर्ष पूर्व वर्ष 2014 में आयोजित की गयी थी।


चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि डाक टिकट किसी भी देश के सांस्कृतिक एवं सामाजिक जीवन की वास्तविक झांकी प्रस्तुत करते हैं। 'यूफिलेक्स–2022' में आजादी के अमृत काल में डाक टिकटों के माध्यम से भारत की समृद्धि, संस्कृति एवं विरासत में उत्तर प्रदेश के योगदान को भी प्रदर्शित किया जायेगा। प्रदर्शनी के तीनो दिवसों पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों, स्मारकों, विरासतों, साहित्य, कला, संस्कृति इत्यादि पर विशेष आवरण और विरूपण भी जारी किये जायेंगे। श्री सिन्हा ने कहा कि प्रदर्शनी में युवाओं और स्कूली बच्चों के अंदर एक अभिरुचि के रूप में फिलेटली को विकसित करने हेतु फिलेटलिक वर्कशॉप, पेन्टिंग, क़्विज और अन्य तमाम गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। डाक टिकटों पर अपनी और अपने प्रियजनों  की फोटो छपवाने की सुविधा हेतु हेतु 'माई स्टैम्प' का विशेष काउंटर भी लगाया जायेगा।

 चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि 'यूफिलेक्स–2022' के आयोजन हेतु विभिन्न कमेटियाँ गठित की गई हैं। चीफ पोस्टमास्टर जनरल जहाँ आयोजन समिति के अध्यक्ष होंगे, वहीं पोस्टमास्टर जनरल कानपुर कर्नल एस. एफ. एच. रिजवी स्टीयरिंग और ज्यूरी/अवार्ड कमेटी, महाप्रबंधक (वित्त) श्री राजेंद्र प्रसाद ट्रेड और वालंटियर  कमेटी,  पोस्टमास्टर जनरल वाराणसी श्री कृष्ण कुमार यादव पब्लिकेशन, पब्लिसिटी व डिजाइनिंग कमेटी, पोस्टमास्टर जनरल आगरा श्री राजीव उमराव यूथ प्रोग्राम और एलॉटमेंट, प्रदर्शनी, तकनीकी व सुरक्षा कमेटी, पोस्टमास्टर जनरल लखनऊ श्री विवेक कुमार दक्ष रिसेप्शन, हॉस्पिटलिटी, सेरेमोनियल व प्रोग्राम कमेटी के अध्यक्ष होंगे।

डाक विभाग द्वारा 12वीं राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी 'यूफिलेक्स–2022' का 15 से 17 अक्टूबर, 2022 तक आयोजन

डाक टिकट प्रदर्शनी 'यूफिलेक्स–2022' के संबंध में चीफ पोस्टमास्टर जनरल के.के सिन्हा ने जारी की विशेष बुकलेट

आजादी के अमृत काल में डाक टिकटों के माध्यम से भारत की समृद्धि, संस्कृति एवं विरासत में उत्तर प्रदेश के योगदान को प्रदर्शित करेगा 'यूफिलेक्स–2022'

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As a part of Azadi Ka Amrit Mahotsav, 12th State Level Philatelic Exhibition 'UPHILEX-2022' will be organized by the Uttar Pradesh Postal Circle from October 15 to October 17, 2022 at Lalit Kala Academy, Aliganj, Lucknow. Releasing a special booklet on this exhibition, Chief Postmaster General, Uttar Pradesh Circle, Shri Kaushalendra Kumar Sinha said that in exhibition various unique and valuable postage stamps of India and the world will be displayed by Philatelists of Uttar Pradesh. It is worth mentioning that the last state level Philatelic exhibition was organized eight years ago in the year 2014.

Chief Postmaster General, Shri Kaushalendra Kumar Sinha said that stamps represent the real tableau of the cultural and social life of any country. The contribution of Uttar Pradesh to India's prosperity, culture and heritage will also be displayed through stamps in 'UPHILEX-2022'. On the three days of the exhibition, special covers and cancellations on various historical places, monuments, heritage, literature, art, culture etc. of Uttar Pradesh will also be released. Shri Sinha said that philatelic workshops, stamp painting, quiz and various other activities would be organized in the exhibition to develop Philately as an interest among the youths and school children. A special counter of 'My Stamp' will also be set up for the convenience of getting the photographs of yourself and your loved ones printed on postage stamps.

 Chief Postmaster General, Shri Kaushalendra Kumar Sinha informed that various committees have been constituted for organizing 'UPHILEX-2022'. While the Chief Postmaster General will head the organizing committee, the Postmaster Generals will be the chairman’s of various committees i.e. Postmaster General Kanpur Col S.F.H. Rizvi, Chairman of Steering & Jury/Award Committee, General Manager (Finance) Shri Rajendra Prasad Chairman of Trade & Volunteer Committee, Postmaster General, Varanasi Shri Krishna Kumar Yadav, Chairman of Publicity, Publicity & Designing Committee, Postmaster General, Agra Shri Rajiv Umrao, Chairman of Youth Program & Allotment, Exhibition, Technical and Security Committee, Postmaster General Lucknow Shri Vivek Kumar Daksh, Chairman of Reception, Hospitality, Ceremonial and Program Committee.

12th State Level Philatelic Exhibition 'UPHILEX-2022' will be organized by the Department of Posts from October 15 to 17, 2022

Chief Postmaster General, K.K. Sinha released a special booklet on State Level Philatelic Exhibition 'UPHILEX-2022'

'UPHILEX-2022' to showcase the contribution of Uttar Pradesh to India's prosperity, culture and heritage through stamps during the elixir period of independence





Friday, September 16, 2022

India Post organized 'Sukanya Samriddhi Mahotsav' in Varanasi, Girls child enthusiastically participated in it

Department of Posts is celebrating 'Sukanya Samriddhi Mahotsav' in 75 cities/towns across the country to commemorate the success of Sukanya Samriddhi Yojana on the occasion of Azadi ka Amrit Mahotsav, from 15 September to 11 October. Mahotsav in Varanasi was inaugurated by Dr. Neelkanth Tiwari, former minister and MLA, in a ceremony organized under the chairmanship of Postmaster General, Shri Krishna Kumar Yadav and in the august presence of Padma Shri Dr. Rajinikanth. During Mahotsav, Sukanya Samriddhi Accounts of girls up to 10 years of age were opened to provide them financial security and passbook along with gift hampers was distributed to them. Girl beneficiaries were also wished for their bright future and success in life. More than 1,000 girls have applied for opening of SSA. Moreover, while spreading financial literacy and making public aware about the savings schemes of Post office and India Post Payments Bank, accounts under various schemes were also opened to cover the masses under financial inclusion.

As the chief guest, former minister and MLA Dr. Neelkanth Tiwari said that Prime Minister Shri Narendra Modi has always given priority to women in social welfare schemes. Through various Central Government schemes like toilets as a part of Swachha Bharat Abhiyan, Ujjwala, Jan Dhan Account, Skill development, Pradhan Mantri Awas Yojana, women have been empowered and benifited as well. In this sequence, for empowerment of the girl child under 'Beti Bachao Beti Padhao' scheme, Sukanya Samriddhi Yojana has been introduced to ensure financial independence for higher education, career and marriage of girls in future. Appreciating the efforts of Department of Posts, he said that the way girls child are being covered under this scheme by running door-to-door campaign, it is commendable and shows the commitment of the department towards financial inclusion & social obligation.

On this occasion, Postmaster General Shri Krishna Kumar Yadav said that Sukanya Samriddhi Yojana is playing an important role in the empowerment of the girl child. So far, SSA accounts of 2.60 lakh girls have been opened in the Post offices of Varanasi region, while 755 villages have been made Sampoorna Sukanya Samriddhi Grams by covering each and every eligible girl child residing in that village.

Padma Shree Dr. Rajinikanth said that, now the Post Offices are not only dealing with delivery of letters and Money orders to the people, but also catering all the welfare schemes of the government to citizens and delivering its benefits up to the last mile. If girls become self-reliant through Sukanya Samriddhi Yojana, then the concept of 'Self-reliant India' will also be realized.


Senior Superintendent of Post offices, Rajan Rao said that Sukanya Samriddhi account can be opened in any post office for girls child up to 10 years of age in just Rs.250. In this scheme, maximum of 1.5 lakh can be deposited in a year which draws an attractive interest at the rate of 7.6 percent per annum.



On this occasion Senior Superintendent of Post offices, Rajan Rao, Senior Postmaster C.S. Barua, India Post Payments Bank Sr. Manager Sublesh Singh, Assistant Superintendent of Post offices SK Chaudhary, Dilip Yadav, Inspector Posts, Sarvesh Singh, Ramesh Yadav, Shrikant Pal, V.N. Dwivedi, Ram Ratan Pandey, Sri Prakash Gupta, Jagdish Sadeja, Bhupendra Kumar, Vivek Kumar, Deepmani Tiwari, Kamal Bharti along with Postal officials, public representatives and girls child with their parents were present.


Postal department organized 'Sukanya Samriddhi Mahotsav' in Varanasi, Girls child enthusiastically participated in it

PM Modi always accorded top priority to women in social welfare schemes - Dr. Neelkanth Tiwari, former minister and MLA

Sukanya Samriddhi Yojana is playing a vital role in the empowerment of the girl child - Postmaster General Krishna Kumar Yadav

Girls will be made self-reliant through Sukanya Samriddhi Yojana, the concept of 'Self-reliant India' will also be realized - Padmashree Dr. Rajinikanth