Thursday, June 11, 2009

दुनिया का सबसे मँहगा डाक-टिकट मिला रद्दी में

विश्व का सबसे मँहगा और दुर्लभतम डाक-टिकट ब्रिटिश गुयाना द्वारा सन् 1856 में जारी किया गया एक सेण्ट का डाक-टिकट है। गुलाबी कागज पर काले रंग में छपे, विश्व में एकमात्र उपलब्ध इस डाक-टिकट को ब्रिटिश गुयाना के डेमेरैरा नामक नगर में सन् 1873 में एक अंग्रेज बालक एल.वाघान ने रद्दी में पाया और छः शिलिंग मे नील मिककिनान नामक संग्रहकर्ता को बेच दिया । अन्ततः कई हाथों से गुजरते हुए इस डाक-टिकट को न्यूयार्क की राबर्ट सैगल आक्शन गैलेरीज इन्क द्वारा सन् 1981 मे 9,35,000 अमेरिकी डालर(लगभग चार करोड़ रूपये) में नीलाम कर दिया गया। खरीददार का नाम अभी भी गुप्त रखा गया है, क्योंकि विश्व के इस दुर्लभतम डाक टिकट हेतु उसकी हत्या भी की जा सकती है।

8 comments:

Akanksha Yadav said...

9,35,000 अमेरिकी डालर(लगभग चार करोड़ रूपये ka dat-tikat, its very surprising.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...

खरीददार का नाम अभी भी गुप्त रखा गया है, क्योंकि विश्व के इस दुर्लभतम डाक टिकट हेतु उसकी हत्या भी की जा सकती है....अद्भुत....कभी इस थीम पर एक कहानी पढ़ी थी. आपकी यह पोस्ट पढ़कर याद आ गई.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...
This comment has been removed by the author.
Anonymous said...

जहाँ तक मुझे याद है एक बार यह डाक-टिकट दिल्ली में प्रदर्शनी में लाया गया था...पर उसके पीछे भारी सुरक्षा व्यवस्था थी.

Anonymous said...

यानी कि मुझे वो डाक-टिकट मिला होता तो मैं भी करोड़पति हो जाता....अपना-अपना भाग्य.

मन-मयूर said...

अरे भाई इतना महंगा डाक टिकट...वो भी रद्दी में ..कहीं हम सपना तो नहीं देख रहे.

राजाभाई कौशिक said...

फिर उस रद्दी की टोकरी की किमत क्या होनी चाहिये

संजय भास्‍कर said...

good..