सरकार ने बचत को प्रोत्साहित करने के लिए किसान विकास पत्र (केवीपी ) फिर से शुरू करने की घोषणा की है। सरकार किसान विकास पत्र (केवीपी) को नए रूप में जल्द ही जारी करेगी।वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव (बजट) रजत भार्गव ने एक आयोजन के मौके पर कहा, हम किसान विकास पत्र (केवीपी) को बचत साधन के तौर पर नए रूप में पेश करने जा रहे हैं।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा था कि वह किसान विकास पत्र (केवीपी) को फिर से पेश करेंगे, जो लघु बचतकर्ताओं में काफी लोकप्रिय था। इसलिए बचत को बढ़ावा देने के लिए इसे फिर शुरू किया जा रहा है। लोग बैंकों में रखे हुए और अन्य मदों में लगाये गये धन को इनमें लगा सकेंगे। किसान विकास पत्र देश के किसी भी डाकघर से खरीदे जा सकते हैं।
केवीपी में निश्चित रकम निवेश करने पर यह आठ साल और सात महीने में दोगुनी हो जाती है। इसे खरीदने के लिए बस आपको डाकघर जाकर एक फॉर्म भरना होगा। फॉर्म जमा करते वक्त अपनी तस्वीर जरूर ले जाएं। संबंधित राशि नकद अथवा चेक से जमा कर सकते हैं। इसके बाद पोस्ट ऑफिस किसान विकास पत्र नामक सर्टिफिकेट देगा। इसमें आवेदक का नाम, राशि, मैच्यूरिटी की तारीख और मिलने वाली रकम की जानकारी रहेगी।
इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 100 रूपए है। प्रमाण पत्र 100 रूपए, 500 रूपए, 1000 रूपए, 5000 रूपए, 10,000 रूपए और 50,000 रूपए के मूल्यवर्ग में उपलब्ध हैं। 50,000 रूपए का प्रमाण पत्र चुनिंदा पोस्ट ऑफिस में बेचा जाता है। इसे किसी भी समय खरीदकर परिपक्वता अवधि पूरी होने पर बेचा जा सकता है।
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