भारतीय संस्कृति में नारी को आरंभ से ही सृजन, सम्मान और शक्ति का प्रतीक माना गया है। नारी का कार्यक्षेत्र न केवल घर बल्कि सारा संसार है। स्वयं सहायता समूहों की बदौलत गाँव-देहात से निकली तमाम महिलायें आज सामाजिक व आर्थिक बदलाव की नई कहानियाँ गढ़ रही हैं। ऐसे में नारी का आर्थिक सशक्तिकरण आज सिर्फ एक जरूरत ही नहीं बल्कि विकास और प्रगति का अनिवार्य तत्व है। उक्त उदगार लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने 'अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस' पर बाराबंकी में विशेष आवरण (लिफाफा) व विरूपण जारी करते हुए व्यक्त किये। इस विशेष आवरण की थीम थी-महिला किसान उत्पादक कंपनियों सफल संचालन का जश्न।
उक्त कार्यक्रम का आयोजन गैर-लाभ फर्म टेनेजर जिसे पहले एग्रीबिजऩेस सिस्टम्स इंटरनेशनल (एएसआई) के नाम से जाना जाता था, ने उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जनपद स्थित मसौली में महिला किसानों के साथ ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2019 का जश्न मनाने के क्रम में किया। इस अवसर पर चार्ल्स जे हाल, प्रेज़ीडेन्ट एवं सीईओ, एसीडीआई/वीओसीए, एना बिलिक, प्रेज़ीडेन्ट, टेनेजर और अमित कुमार सिंह, कंट्री रीप्रेज़ेन्टेटिव, टेनेजर इन इण्डिया भी उपस्थित रहे।
रफ़ी मेमोरियल इन्टर कॉलेज, मसौली, बाराबंकी में 8 मार्च को आयोजित कार्यक्रम में निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली तमाम महिलाओं को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में सभी चारों परियोजनाओं- शुभमिंट, आन्ध्रप्रदेश फार्मर्स रेडीनैस प्रोग्राम, सिड्डीपेट होर्टीकल्चर इम्प्रूवमेन्ट प्रोग्राम और पीनट सस्टेनेबिलिटी इनीशिएटिव- से 400 महिला किसानों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर महिलाओं को उनके चित्र वाली माई -स्टैम्प प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने महिलाओं रूबरू होते हुए कहा कि नारी आज न सिर्फ सशक्त हो रही है, बल्कि लोगों को भी सशक्त बना रही है। वह न तो सिर्फ कनक-कामिनी है और न ही अबला, इससे परे वह दुष्टों की संहारिणी भी बन कर उभरी है। नारी सशक्तिकरण के माध्यम से ही समाज और राष्ट्र को और अधिक मजबूत किया जा सकता है।
कार्यक्रम की शुरूआत तेलंगाना में टेनेजर की परियोजना से महिला किसानों द्वारा बाथकम्मा नृत्य प्रदर्शन के साथ हुई। इसके बाद उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में शुभ मिंट प्रोग्राम के तहत स्वयं-सहायता समूहों से महिलाओं ने परफोर्मेन्स दिया। इस मौके पर आन्ध्रप्रदेश एवं गुजरात में संगठन की परियोजनाओं से जुड़ी महिला किसानों ने धिमसा, कोम्मु कोया और डांडिया पर भी डांस परफोर्मेन्स दिए।
इस मौके पर अमित कुमार सिंह, कंट्री रिप्रेज़ेन्टेटिव, टेनेजर इन इण्डिया ने कहा, ”भारत में कृषि महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और सकल घरेलू उत्पाद में 17-18 फीसदी योगदान देती है।हालांकि इस योगदान में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है, किंतु दुर्भाग्यपूर्ण है कि ज़्यादातर मामलों में इस योगदान को पहचाना नहीं जाता। टेनेजर में हम अपनी विभिन्न परियोजनाओं में महिला किसानों द्वारा किए जाने वाले कार्यों को पहचान कर उनके सशक्तीकरण के लिए प्रयासरत हैं। आज का यह जश्न देश भर की महिला किसानों के प्रति हमारी ओर से एक सम्मान है। श्री सिंह ने बताया कि टेनेजर एक एसीडीआई/ वीओसीए संबद्ध, अन्तर्राष्ट्रीय गैर-लाभ संगठन है जो आपूर्ति श्रृंखला के सभी लोगों को एक ही मंच पर लाकर ऐसे आर्थिक एवं सामाजिक अवसर पैदा करता है जो लोगों के जीवन में बदलाव ला सकें। हम लोगों और साझेदारों को आपस में जोड़कर साझा बाज़ार की संपूर्ण क्षमताओं के दोहन का प्रयास करते हैं।
बाराबंकी मण्डल के डाक अधीक्षक श्री आनन्द किशोर अवस्थी ने कहा कि भारत में नारी को सदैव पूज्यनीय स्थान दिया गया है। नारी को समाज में उसका उचित स्थान देकर ही नए आयाम गढ़े जा सकते हैं। इस अवसर पर डाक विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रोग्रामों में टेनेजर द्वारा की गई गतिविधियों पर एक फोटो प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। 4 स्टॉल्स केे माध्यम से विभिन्न परियोजनाओं में किए जा रहे कार्यों का प्रदर्शन किया गया तथा किसानों के लिए किए गए विभिन्न हस्तक्षेपों पर रोशनी डाली गई।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर डाक विभाग ने जारी किया विशेष आवरण
नारी आरंभ से ही सृजन,सम्मान और शक्ति की प्रतीक है – डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव
सामाजिक व आर्थिक बदलाव की नई कहानियाँ गढ़ रही हैं महिलाएं-डाक निदेशक केके यादव
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