कर्नाटक स्टेट मैंगो डेवलपमेंट एंड मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड ने भारतीय डाक विभाग के साथ ग्राहकों के दरवाजे पर आम (Alfanso, Badami, Hapus, Mallika) पहुंचाने की योजना शुरू कर दी है।
निगम के अधिकारियों के अनुसार निगम और भारतीय डाक ने ऑनलाइन बिक्री के लिए एक वेब पोर्टल लांच किया है। यह योजना दो साल पहले शुरू हुई थी। वर्ष 2020 में कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच राज्य सरकार और भारतीय डाक ने ऑनलाइन मार्केटिंग और डाक सेवाओं का उपयोग करके उपभोक्ताओं को रामनगर, चिकबल्लापुर और कोलार जिलों के किसानों से आमों को वितरित करना शुरू किया। इस पहल की सफलता के बाद निगम ने 2021 में इंडिया पोस्ट के माध्यम से आमों की डिलीवरी जारी रखी और इस साल भी विभाग को ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है।
निगम के प्रबंध निदेशक सीजी नागराजू ने कहा कि पिछले दो वर्षों से किसानों और ग्राहकों दोनों को इस पहल से लाभ हुआ है। 2020 में राज्य भर में कुल 35 हजार ग्राहकों को कुल 100 टन आम की आपूर्ति की गई और 2021 में कम उपज के बावजूद 45 हजार उपभोक्ताओं को 79 टन आम बेचा गया। इससे पता चलता है कि ग्राहक ऑनलाइन किसानों से अच्छी गुणवत्ता वाले आम खरीदने में रुचि रखते हैं।
इस तरह पहुंचेंगे आम
पोर्टल में किसानों के नाम और मोबाइल नंबर और उनके द्वारा उगाए गए फलों की किस्में हैं। ग्राहक द्वारा ऑर्डर देने के बाद किसान को एक टेक्स्ट संदेश प्राप्त होगा। किसान तब फलों को पैक करेगा और उन्हें जीपीओ, बेंगलूरु भेज देगा। जीपीओ से बक्सों को उनके संबंधित गंतव्यों के लिए भेज दिया जाएगा।
गौरतलब है कि कर्नाटक भारत के शीर्ष आम उत्पादकों में से एक है, जो बेंगलूरु ग्रामीण, कोलार, चिकबल्लापुर, धारवाड़ और रामनगर जैसे 16 जिलों में 1.68 लाख हेक्टेयर में फसल की खेती करता है। कर्नाटक बादामी, मल्लिका, नीलम, मालगोवा, कलापद, सिंधुरा, अल्फांसो, तोतापुरी और आम की अन्य किस्में पैदा करता है।
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