Tuesday, November 29, 2022

नज़ीर 'बनारसी' की शायरी व कविताएँ आगामी पीढ़ियों के लिए धरोहर - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

गंगा-जमुनी तहजीब और बनारसी मिजाज के मशहूर शायर नज़ीर 'बनारसी' की 113वीं जयंती के उपलक्ष्य में 28 नवम्बर, 2022 को नज़ीर बनारसी एकेडमी और डॉ. अमृत लाल इशरत मेमोरियल सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में नागरी नाटक मंडली, वाराणसी में आयोजित समारोह में 'नज़ीर बनारसी यादों के आईने में' पुस्तक का विमोचन संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र, मुख्य अतिथि पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव और गणमान्य अतिथियों द्वारा किया गया।

अध्यक्षता करते हुए संकट मोचन मंदिर, वाराणसी के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने कहा कि नज़ीर 'बनारसी' बेनजीर थे। वे काशी के फकीर थे। उन्होंने बनारस की रूह को समझा इसलिए इस शहर ने उन्हें स्वीकार किया। नज़ीर 'बनारसी' ने बनारसीपन को निभाया। अपनी शायरी में भी गंगा को जिया। अपनी रचनाओं के माध्यम से वे सदैव जिंदा रहेंगे।  

मुख्य अतिथि वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि नज़ीर 'बनारसी' की सबसे बड़ी ख़ूबी उनकी भाषा की जन-सम्प्रेषणीयता है। मुहब्बत, भाईचारा, देशप्रेम उनकी शायरी और कविताओं की धड़कन है। नज़ीर 'बनारसी' की शायरी और उनकी कविताएँ आगामी पीढ़ियों के लिए धरोहर हैं। इससे युवाओं को जोड़ने की जरुरत है। अगर हम इस मुल्क और उसके मिज़ाज को समझना चाहते हैं, तो नज़ीर 'बनारसी' को जानना और समझना होगा।


मुफ़्ती-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा कि मोहब्बत के नाजुक एहसासों और जरूरतों को नज़ीर 'बनारसी' ने बड़े सलीके से शायरी और गजलों की शक्ल दी। वे मजहबी एकता कायम करने के फनकार थे। बीएचयू उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रो. आफताब अहमद आफाकी ने बीएचयू में अमृत लाल इशरत और नज़ीर 'बनारसी' के नाम पर गोल्ड मेडल की शुरुआत करने की जरूरत बताई। प्रख़्यात शायर डॉ. माजिद देवबंदी ने कहा कि हम बच्चों को आधुनिक तालीम तो दें लेकिन हिंदी और उर्दू जुबान भी पढ़ाएं। डॉ. अमृत लाल इशरत मेमोरियल के अध्यक्ष दीपक मधोक ने नज़ीर 'बनारसी' और अपने पिता अमृतलाल इशरत का संस्मरण सुनाया। प्रसिद्ध गीतकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र ने नज़ीर 'बनारसी' की रचनाधर्मिता पर प्रकाश डालते हुए उनसे जुड़े प्रसंगों को साझा किया। नज़ीर बनारसी एकेडमी के अध्यक्ष मो. सगीर ने बताया कि नज़ीर  'बनारसी' की प्रमुख किताबों में गंगो जमन, जवाहिर से लाल तक, ग़ुलामी से आज़ादी तक, चेतना के स्वर, किताबे ग़ज़ल, राष्ट्र की अमानत राष्ट्र के हवाले, कौसरो ज़मज़म शामिल हैं। लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट निदेशक आर्यमा सान्याल ने जीवन में उत्सव नामक अपनी रचना सुनाई। स्वागत अकादमी के अध्यक्ष मो. सगीर, संचालन इशरत उस्मानी और धन्यवाद रेयाज अहमद ने किया।






मशहूर शायर नज़ीर 'बनारसी' की 113वीं जयंती पर 'नज़ीर बनारसी यादों के आईने में' पुस्तक का विमोचन

बेनज़ीर थे नज़ीर 'बनारसी' - संकट मोचन मंदिर महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र

नज़ीर 'बनारसी' की शायरी व कविताएँ आगामी पीढ़ियों के लिए धरोहर - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

Sunday, November 27, 2022

Constitution Day : डाक विभाग ने मनाया 'संविधान दिवस', 'भारत : लोकतंत्र की जननी' थीम पर हुआ आयोजन

डाक विभाग द्वारा वाराणसी परिक्षेत्र के सभी डाकघरों और प्रशासनिक कार्यालयों में 'संविधान दिवस' मनाया गया। क्षेत्रीय कार्यालय में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ, संविधान की उद्देशिका का पाठ और वाचन किया, जिसे सभी ने दोहराते हुए संविधान में निहित मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। इस वर्ष 'संविधान दिवस' की थीम 'भारत : लोकतंत्र की जननी' है। तमाम डाककर्मियों ने ऑनलाइन उद्देशिका का वाचन और क्विज प्रतियोगिता में भी भाग लिया।

इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान ही नहीं, विश्व के लोकतान्त्रिक इतिहास का अद्वितीय दस्तावेज है। हमारे संविधान का प्रत्येक अनुच्छेद हर नागरिक के अधिकारों की गारंटी है और कर्तव्य का पवित्र स्मरण है। श्री यादव ने कहा कि हमारा संविधान समानता के अधिकार और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण के साथ प्रगति व समृद्धि का रास्ता दिखाता है। संविधान में निहित भावना को अंगीकार करके ही हम लोगों का कल्याण कर सकते हैं।

इस अवसर पर सहायक निदेशक राम मिलन, ब्रजेश शर्मा, लेखाधिकारी महेंद्र प्रताप वर्मा, डाक निरीक्षक श्रीकान्त पाल, वीएन द्विवेदी, निजी सचिव राकेश कुमार, राजेन्द्र प्रसाद यादव, राहुल वर्मा, शम्भु प्रसाद गुप्ता, शशिकांत वर्मा, रामचंद्र यादव, अजिता कुमारी, अभिलाषा  सहित तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों ने संविधान दिवस पर शपथ ली।





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Department of Posts celebrated 'Constitution Day', organized on the theme 'India: The Mother of Democracy'

Beautiful coordination of rights and duties in the Constitution of India - Postmaster General Krishna Kumar Yadav

'Constitution Day' was celebrated by the Department of Posts in all the post offices and administrative offices of Varanasi Region. In the Regional office, Postmaster General of Varanasi Region Shri Krishna Kumar Yadav, along with all the officers and employees, read and recited the Preamble of the Constitution, reiterating the same everyone expressed their commitment to the values ​​enshrined in the Constitution. This year the theme of 'Constitution Day' is 'India: The Mother of Democracy'. Postal employees also took part in online preamble reading and quiz competition.

Highlighting about the Indian Constitution, Postmaster General Mr. Krishna Kumar Yadav said that the Constitution of India is not only the largest constitution in the world but also a unique document in the democratic history of the world. Each article of our Constitution is a guarantee of the rights of every citizen and a sacred reminder of the duty. Mr. Yadav said that rights and duties are correlative and inseparable. Our constitution shows the path of progress and prosperity with equal rights and democratic approach. We can do the welfare of the people only by adopting the spirit enshrined in the constitution.

On this occasion, Assistant Director Ram Milan, Brijesh Sharma, Senior Accounts Officer Mahendra Pratap Verma, Inspector Posts Shrikant Pal, VN Dwivedi, Private Secretary Rakesh Kumar, Rajendra Prasad Yadav, Rahul Verma, Shambhu Prasad Gupta, Shashikant Verma, Ramchandra Yadav, Ajita Kumari, Abhilasha Including all the officers and employees took pledge on the Constitution Day to promote the constitutional values in our society .




Saturday, November 12, 2022

Vittiya Sashaktikaran Mahotsav by India Post : वित्तीय सशक्तिकरण और अंत्योदय में डाक विभाग की अहम भूमिका - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

डाक विभाग अब सिर्फ पत्र ही नहीं पहुँचा रहा, बल्कि सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं और इनके लाभों को भी लोगों तक पहुँचा रहा है। वित्तीय सशक्तिकरण और अंत्योदय में डाक विभाग की अहम भूमिका है। एक ही छत के नीचे तमाम सेवाएं उपलब्ध कराकर डाकघरों को बहुउद्देशीय बनाया गया है। बचत, बीमा, आधार, पासपोर्ट, कॉमन सर्विस सेंटर, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, गंगाजल बिक्री, क्यूआर कोड आधारित डिजिटल भुगतान जैसी तमाम सुविधाएं डाकघरों में उपलब्ध हैं। इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से लोगों को घर बैठे बैंकिंग सहित तमाम सुविधाएँ प्राप्त हो रही हैं। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने जौनपुर में आयोजित 'वित्तीय सशक्तिकरण महोत्सव' का शुभारम्भ करते हुए बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये।

बेटियों को 'सुकन्या समृद्धि योजना' की पासबुक वितरित करते हुए कहा कि इसके माध्यम से बेटियाँ आत्मनिर्भर बनेंगी तो 'आत्मनिर्भर भारत' की संकल्पना भी साकार होगी। 


पोस्टमास्टर जनरल ने सीईएलसी प्रतियोगिता के विजेता - निशा चौधरी, ब्रांच पोस्टमास्टर उदपुर घेलहवा, बदलापुर, अमित कुमार ब्रांच पोस्टमास्टर मिरशादपुर, बदलापुर और बिपिन, ब्रांच पोस्टमास्टर  गजेंद्रपुर, खुटहन को आईपीपीबी की तरफ से स्कूटी देकर उत्साहवर्धन किया।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आमजन में डाकघर की बचत योजनाएँ बेहद लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी दर पीढ़ी सुरक्षित निवेश करते आ रहे हैं। इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक आज एक चलते फिरते बैंक के रूप में कार्य कर रहे हैं। किसानों सहित अन्य तमाम लाभार्थियों के बैंक खातों में आने वाली डीबीटी राशि की निकासी के लिए अब किसी को भी बैंक या एटीएम जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे ही सभी अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते से डाकिया के माध्यम से निकासी कर सकते हैं। आईपीपीबी में खाता होने पर डाकघर की सुकन्या, आरडी, पीपीएफ, डाक जीवन बीमा में भी ऑनलाइन जमा किया जा सकता है। ई-श्रम, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, वाहनों का बीमा, स्वास्थ्य बीमा, दुर्घटना बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी तमाम सेवाओं का लाभ भी डाकिया के माध्यम से लिया जा सकता है। पेंशनर्स घर बैठे डाकिया के द्वारा जीवित प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने हेतु आधार जरूरी है, ऐसे में अब घर बैठे डाकिया के माध्यम से ही आधार से लिंक मोबाइल नम्बर भी अपडेट किया जा सकता है। श्री यादव ने बताया कि आमजन को विभिन्न सेवाओं के लिए भटकना न पड़े और सारी सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो सकें, इसके लिए अब डाकघरों में  कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी एक साथ केंद्र व विभिन्न राज्य सरकारों की 73 सेवाएँ मिल रही हैं।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघर में एक ही छत के नीचे बचत, बीमा और डिजिटल बैंकिंग उपलब्ध होने से लोगों के पास सुरक्षित निवेश के ढेरों विकल्प मौजूद हैं। जौनपुर में वर्तमान में कुल 6.97 लाख डाकघर बचत खाते व 1.54 लाख आईपीपीबी खाते हैं, वहीं 63 हजार से ज्यादा बेटियों के सुकन्या समृद्धि खाते संचालित हैं। जौनपुर में अब तक 11 गाँवों को फाइव स्टार विलेज, 77 गाँवों को  संपूर्ण बीमा ग्राम व  173 गाँवों को संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाया गया है।





इसी के साथ जौनपुर प्रधान डाकघर एवं डाक अधीक्षक कार्यालय पहुँचकर पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक सेवाओं की प्रगति का भी जायजा लिया और सभी डाक अधिकारियों व कर्मचारियों से विभिन्न सेवाओं में विभागीय लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिए। जौनपुर मण्डल के डाक अधीक्षक श्री पीसी तिवारी ने मंडल में विभिन्न डाक सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार द्वारा लक्ष्य प्राप्ति के प्रति पोस्टमास्टर जनरल को आश्वस्त किया। जौनपुर में इस वित्तीय वर्ष में अब तक 39 हजार बचत खाते, 5 हजार बच्चियों के सुकन्या समृद्धि खाते व 10 हजार से ज्यादा आईपीपीबी खाते खोले गए। 66 हजार लोगों को घर बैठे आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से 23 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। 13 हजार लोगों ने डाकघर के माध्यम से नया आधार बनवाया या अपडेट किया। 3,600 लोगों ने पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट केंद्र जौनपुर में पासपोर्ट बनवाया।

इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक अशोक सिंह, अजय कुमार, उपमंडलीय निरीक्षक शशिकांत कन्नौजिया, प्रवीण कुमार, परिवाद निरीक्षक श्रीकांत पाल, पोस्टमास्टर जौनपुर प्रधान डाकघर आनन्द शुक्ला, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक मैनेजर साक्षी सिन्हा, जनसंपर्क निरीक्षक मोहित राम यादव, रवि रंजन, विक्रांत सिंह, सोनी यादव, हर्षिता सिंह सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।







'वित्तीय सशक्तिकरण महोत्सव' का पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने जौनपुर में किया शुभारंभ, खुले 2500 खाते 

वित्तीय सशक्तिकरण और अंत्योदय में डाक विभाग की अहम भूमिका - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव 

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने जौनपुर में डाक सेवाओं की प्रगति का लिया जायजा, लक्ष्यों की प्राप्ति पर दिया जोर

डाकिया के माध्यम से घर बैठे बैंकिंग सहित तमाम सुविधाएँ हो रही प्राप्त- पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव 

'सुकन्या समृद्धि योजना' से बेटियाँ बनेंगी आत्मनिर्भर, 'आत्मनिर्भर भारत' की संकल्पना भी होगी साकार - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव 

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने सीईएलसी प्रतियोगिता के विजेता ब्रांच पोस्टमास्टर को स्कूटी देकर किया सम्मानित

Thursday, November 10, 2022

Vigilance Awareness Week : डाक विभाग में 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत-विकसित भारत' की थीम पर आयोजित 'सतर्कता जागरूकता सप्ताह' का समापन

डाक विभाग द्वारा 31 अक्टूबर से 6 नवम्बर 2022 तक आयोजित "सतर्कता जागरूकता सप्ताह" का समापन समारोह कैंट प्रधान डाकघर भवन स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में 9 नवंबर को आयोजित किया गया। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। 

"भ्रष्टाचार मुक्त भारत - विकसित भारत" की थीम पर आयोजित वर्कशॉप और क्विज़ प्रतियोगता में क्षेत्रीय कार्यालय से मनीष कुमार, शम्भु कुमार और ललित सिंह, वाराणसी पूर्वी मंडल से अब्दुल कादिर, वीरेंद्र कुमार मिश्रा और प्रीति कुमारी एवं वाराणसी पश्चिमी मंडल से मंजू , ज्ञान सागर और आलोक कुमार को क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि भारतीय परंपरा 'सत्यमेव जयते' की रही है और इसी के माध्यम से सतर्कता बरतते हुए भ्रष्टाचार उन्मूलन हो सकेगा। अपने कार्य के प्रति ईमानदारी, समयबद्धता व त्वरित निर्णय द्वारा कार्य करके "भ्रष्टाचार मुक्त भारत - विकसित भारत" बनाया जा सकता है और डाक विभाग इस पर निरंतर कार्य कर रहा है।  भ्रष्टाचार सिर्फ धन से ही नहीं होता, बल्कि गलत व्यवहार और कार्यों में देरी से भी होता है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को इस मूल मन्त्र को अपने नैतिक एवं व्यवहारिक जीवन में भी उतारना होगा। किसी भी संस्था के प्रत्येक स्तर के अधिकारी व कर्मचारियों को इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा एवं नैतिक मूल्यों का उत्थान करते हुए विकसित भारत की स्थापना के लिए एक उच्च प्रतिमान स्थापित करना पड़ेगा।

सहायक निदेशक (सतर्कता) श्री बृजेश कुमार शर्मा ने कहा कि टेक्नोलॉजी के दौर में डाक विभाग द्वारा इसका सकारात्मक प्रयोग करते हुए भ्रष्टाचार उन्मूलन हेतु उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। प्रवर डाक अधीक्षक श्री राजन राव ने  कहा कि अपने कार्य के प्रति सत्यनिष्ठा बनाये रखें एवं देश व विभाग को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें।

इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव, डाक अधीक्षक पीसी तिवारी, सहायक निदेशक ब्रजेश कुमार शर्मा, वरिष्ठ लेखाधिकारी महेंद्र प्रताप वर्मा, सहायक अधीक्षक अजय कुमार, जाँच निरीक्षक श्रीकांत पाल, वीएन द्विवेदी, मनीष कुमार, राजेन्द्र प्रसाद यादव, श्रीप्रकाश गुप्ता, अभिलाषा राजन,  राहुल कुमार वर्मा, नरेंद्र राम, विजय कुमार एवं  राकेश कुमार सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।







डाक विभाग में 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत-विकसित भारत' की थीम पर आयोजित 'सतर्कता जागरूकता सप्ताह' का समापन

'सतर्कता जागरूकता सप्ताह' के समापन पर पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने डाककर्मियों को किया पुरस्कृत

'भ्रष्टाचार मुक्त भारत-विकसित भारत' हेतु डाक विभाग कर रहा निरंतर कार्य - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

सत्यमेव जयते की परंपरा से ही बनेगा 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत-विकसित भारत' - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

Tuesday, November 8, 2022

नव्य-भव्य 'श्री काशी विश्वनाथ धाम' के साथ 'देव दीपावली' और 'गंगा आरती' अब डाक विभाग के विशेष आवरण पर भी छाये


काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद आयोजित पहली देव दीपावली को ऐतिहासिक बनाने के लिए भारतीय डाक विभाग ने देव दीपावली, श्री काशी विश्वनाथ धाम और गंगा आरती पर तीन विशेष आवरण व विरूपण जारी किये। वाराणसी प्रधान डाकघर में 7 नवंबर, 2022 को आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव संग इसे जारी किया। 

इस अवसर पर चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि वाराणसी की देव दीपावली लोकल से ग्लोबल हो चुकी है, वहीं श्री काशी विश्वनाथ धाम के नव्य-भव्य स्वरुप ने सभी को आकर्षित किया है। गंगा घाटों पर होने वाली गंगा आरती की शोभा देखते ही बनती है। इन सभी पर विशेष आवरण व विशेष विरूपण जारी होना सभी श्रद्धालुओं व काशीवासियों के लिए गर्व का पल है। इससे वाराणसी की संस्कृति, परंपरा और धरोहर का और भी तेजी से देश-विदेश में प्रचार-प्रसार होगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बारे में जानकारी हासिल हो सकेगी।

श्री सिन्हा ने कहा कि डाक विभाग डाक टिकटों और विभिन्न विशेष आवरण के माध्यम से देश-प्रदेश से जुड़े विभिन्न आयामों को दुनिया भर में प्रसारित कर रहा है। उत्तर प्रदेश में एक जिला-एक उत्पाद, जीआई उत्पाद, आजादी का अमृत महोत्सव, हर घर तिरंगा, श्री राम वन गमन पथ, बौद्ध परिपथ और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अनसंग नायकों और नायिकाओं पर जारी विभिन्न विशेष आवरणों के माध्यम से युवा पीढ़ी को भी उनकी विरासत से जोड़ा गया है। डाक टिकटों और पत्र लेखन से युवाओं को जोड़ने के लिए माई स्टैम्प, फिलेटली डिपॉजिट एकाउंट, ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता, स्टाम्प डिजाइनिंग और दीनदयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना जैसी तमाम अभिनव पहल की गई हैं। 


पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम का महात्म्य, देव दीपावली और गंगा घाट पर होने वाली आरती की परंपरा इतिहास के विविध कालों से जुड़ी हुई है। देव दीपावली सिर्फ उत्सव भर नहीं है, बल्कि प्रकृति के सान्निध्य में दीपों के प्रज्ज्वलन के साथ-साथ यह स्वयं को भी आलोकित करने का पर्व है। ऐसे में देव दीपावली के दिन जारी ये विशेष आवरण काशी की उत्सवी परंपरा, आध्यात्मिक संस्कृति, देवी-देवताओं व आराध्य के प्रति समर्पण की खूबसूरत भावना को पूरे विश्व में आलोकित करेंगे। श्री यादव ने बताया कि जारी विशेष आवरण में देव दीपावली, गंगा आरती और भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम की मनोहारी छवियाँ दृष्टव्य है और आवरण के पृष्ठ भाग में इनके बारे में हिंदी व अँग्रेजी में जानकारियां मुद्रित हैं। इन विशेष आवरणों को विशेश्वरगंज स्थित स्थित वाराणसी प्रधान डाकघर से प्राप्त किया जा सकता है।   


इस दौरान प्रवर डाक अधीक्षक राजन, डाक अधीक्षक पी.सी. तिवारी, सीनियर पोस्टमास्टर सी.एस. बरुवा,  सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा, सहायक डाक अधीक्षक सुरेंद्र चौधरी,अजय कुमार, दिलीप यादव, डाक निरीक्षक श्रीकांत पाल, रमेश यादव, सर्वेश सिंह, वीएन द्विवेदी, श्रीप्रकाश गुप्ता, राजेन्द्र यादव, सुशांत झां,जगदीश सदेजा, दीपमणि, कमल भारती, सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी, फ़िलेटलिस्ट इत्यादि उपस्थित रहे। मंच संचालन कुमारी अजिता ने किया।