भारतीय डाक विभाग द्वारा राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत 10 अक्टूबर 2013 को बचत बैंक दिवस के रूप में मनाया गया। इसका उद्देश्य डाक विभाग की बचत योजनाओं के संबंध में लोगों को जागरूक करना एवं अधिकाधिक खाते खोल कर अधिकतम लोगों तक अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना रहा। इस संबंध में इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि नेटवर्क की दृष्टि से डाकघर बचत बैंक देश का सबसे बड़ा रीटेल बैंक है। डाकघरों में निवेश की तमाम योजनायें हैं, जिनमें बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा, मासिक आय योजना, पी.पी.एफ., सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम एवं राष्ट्रीय बचत पत्र में निवेश किया जा सकता है। श्री यादव ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी डाक बचत योजनाओं के तहत लाना है। इसके तहत तमाम गांवों को बचत बैंक ग्राम के तहत भी आच्छादित किया जा रहा है। ग्रामीण स्तर पर डाकघरों में मनरेगा एवं बी0 पी0 एल0 से सम्बन्धित खाते भी खोले जा रहे हैं ।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आने वाले दिनों में डाकघरों को भी कोर बैंकिंग सोल्यूशन (सी.बी.एस.) से जोड़ा जा रहा है, जिससे ग्रामीण स्तर पर भी बैंकिंग क्षेत्रों में क्रान्तिकारी कदम का सूत्रपात होगा और डाकघरों के खाताधारक नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग एवं ए0टी0एम0 सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वर्तमान में इलाहाबाद डाक परिक्षेत्र में साढ़े 36 लाख से अधिक खाते डाकघरों में चल रहे हैं । इनमें सितम्बर माह में अकेले 1 लाख 17 हजार नये खाते खोले गये। गौरतलब है कि डाकघर में बचत योजना में 4 प्रतिशत, आवर्ती जमा खाता में 8.30 प्रतिशत, मासिक आय योजना में 8.5 प्रतिशत, पी.पी.एफ. में 8.70 प्रतिशत और सावधि जमा योजना में 1 व 2 वर्षीय पर 8.2 प्रतिशत, 3 वर्षीय पर 8.3 प्रतिशत, 5 वर्षीय पर 8.40 ब्याज मिलता है। इसी प्रकार सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में 9.20 प्रतिशत ब्याज है। 5 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्र पर 8.50 प्रतिशत व 10 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्र पर 8.80 प्रतिशत ब्याज देय है।
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