उत्तर प्रदेश परिमंडल ने डाक सेवाओं के क्षेत्र में तमाम नए आयाम रचे हैं। एक तरफ आधारभूत संरचना पर जोर देते हुए 08 नए डाकघर और 16 पार्सल हब/नोडल डिलीवरी सेंटर खोले गए हैं, वहीं भर्ती के क्षेत्र में भी तीव्रता लाते हुए 5,000 भर्तियाँ की गई हैं। एक ही छत के नीचे तमाम सेवाएँ उपलब्ध कराते हुए डाकघरों को बहुद्देश्यीय बनाया गया है। आज़ादी का अमृत महोत्सव में भी डाक विभाग अहम भूमिका निभा रहा है। उक्त जानकारी 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह आयोजन' के क्रम में उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने दी।
चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में डाक सेवाओं का निरंतर विकास किया जा रहा है। इस क्रम में 08 नए डाकघर खोले गए, वहीं एल.डब्ल्यू. ई इलाकों में 224 नए शाखा डाकघर खोले गए । मेल और पार्सल के आवागमन को सुचारु बनाने और त्वरित वितरण हेतु 16 पार्सल हब और 16 नोडल डिलीवरी सेंटर्स स्थापित किये गए। डाकघरों और मेल ऑफिस में मानव संसाधन विकास की अभिवृद्धि के क्रम में विभिन्न संवर्गों में 4602 भर्तियाँ की गईं। इसके अलावा मृतक आश्रित अनुकम्पा आधारित नियुक्ति में भी तेजी लाते हुए पूरे परिमंडल में कुल 509 लोगों की नियुक्ति की गई। विभागीय परीक्षाओं के द्वारा विभिन्न संवर्गों के 864 कार्मिकों को प्रोन्नति दी गई है।
चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि विश्व डाक दिवस की इस बार की थीम 'पोस्ट फॉर प्लेनेट' है, तदनुसार उत्तर प्रदेश परिमंडल सर्वत्र डाक सेवाएँ प्रदान कर रहा है। डाक विभाग अब सिर्फ पत्र, पार्सल और मनीऑर्डर तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक ही छत के नीचे तमाम सेवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ वित्तीय समावेशन और डिजिटल इंडिया में भी अहम भूमिका निभा रहा है। उत्तर प्रदेश के सभी डाकघरों को सीबीएस प्लेटफॉर्म पर माइग्रेट किया जा चुका है। बचत, बीमा, आधार, पासपोर्ट, पैन कार्ड, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, रेलवे टिकट, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, ई-श्रम पंजीकरण, मोबाइल रिचार्ज, गंगाजल, विभिन्न मंदिरों के प्रसाद जैसी तमाम सुविधाएं डाकघरों में उपलब्ध हैं। इसके अलावा काॅमन सर्विस सेंटर के माध्यम से एक साथ केंद्र व राज्य सरकारों की 73 सेवाएँ डाकघरों में मिल रही हैं।
इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से बैंकिंग सर्वसुलभ और आसान हुई है। अब सामाजिक सुरक्षा राशि और अन्य डीबीटी हेतु डाकिया के माध्यम से किसी भी आधार लिंक्ड खाते से घर बैठे राशि निकाली जा सकती है। पेंशनर्स घर बैठे डाकिया द्वारा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं। उत्तर प्रदेश के डाकघरों में चालू वित्तीय वर्ष में 16 लाख बचत खाते और 9.67 लाख आई.पी.पी.बी खाते खोले गए हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के डाकघरों में कुल 2.68 करोड़ बचत खाते, 29 लाख सुकन्या समृद्धि खाते और 91.51 लाख आई.पी.पी.बी खाते संचालित हैं। इसके साथ ही आम जन के लिए 1425 डाक घरों पर स्थापित आधार केंद्रों और आई.पी.पी.बी मोबाइल एप के माध्यम से 56 लाख से अधिक आधार पंजीकरण और अद्यतन किये गए हैं। डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा के क्षेत्र में भी 53 हज़ार से अधिक लोगों को जीवन सुरक्षा की पॉलिसी प्रदान करते हुए डाक विभाग ने नई ऊंचाइयों को छुआ है।
श्री सिन्हा ने कहा कि 9 से 13 अक्टूबर तक 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' मनाया जा रहा है। इसमें 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस,10 अक्टूबर को वित्तीय सशक्तिकरण दिवस, 11 अक्टूबर को फिलेटली दिवस : आज़ादी का अमृत महोत्सव सेलिब्रेशन, 12 अक्टूबर को मेल एवं पार्सल दिवस और 13 अक्टूबर को अंत्योदय दिवस मनाया जायेगा। उन्होंने इन कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा जनभागीदारी की अपील करते हुए लोगों से डाक सेवाओं का अधिकाधिक लाभ लेने का आह्वान किया।
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