जब भी प्रिंटर की बात होती है तो हमारे मन में किसी पेज में फोटो कॉपी करने या फिर दूसरे तरह के डिजाइन प्रिंट करने का ही ख्याल आता है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि प्रिंटर के माध्यम से कोई बिल्डिंग या फिर घर भी बनाया जा सकता है !
भारत ने इसमें एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। देश में 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की मदद से मात्र 43 दिनों में एक पोस्ट ऑफिस की बिल्डिंग को बनाया गया है । केंद्रीय संचार मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने 18 अगस्त, 2023 को बेंगलुरु में 3डी प्रिंटिंग तकनीक से निर्मित भारत के पहले पोस्ट ऑफिस का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस पोस्ट ऑफिस को लेकर ट्वीट कर कहा कि भारतीयों को देश के पहले 3D प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस पर गर्व होगा.
आर्किटेक्चर के क्षेत्र में 3D प्रिंटिंग का इस्तेमाल करना बेहद नया कॉन्सेप्ट है। बिल्डिंग बनाने के लिए एक बड़े साइज का रोबोटिक कंक्रीट प्रिंटर का साइट पर इस्तेमाल किया जाता है। रोबोटिक प्रिंटर इसमें कंक्रीट की परत दर परत जमा करता है जिससे दीवार बनाई जाती है। इस टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर में बिल्डिंग डिजाइन सेट कर दिया जाता है और फिर सिर्फ कमांड देनी होती है और 3D प्रिंटर डिजाइन के मुताबिक बिल्डिंग तैयार कर देता है।
गौरतलब है कि, बेंगलुरु शहर के कैंब्रिज लेआउट में 1 हजार 21 वर्ग फुट क्षेत्र में निर्मित पोस्ट ऑफिस के उद्घाटन के बाद यहां अब कामकाज शुरू हो जाएगा. डाकघर का निर्माण लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड ने किया है, जबकि आईआईटी मद्रास ने इसके लिए टेक्निकल सपोर्ट दिया है. डाकघर को बनाने में 45 दिन का समय लगा है.
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हर भारतीय को बेंगलुरु के कैंब्रिज लेआउट में बने भारत के पहले 3डी प्रिंटेड डाकघर को देखकर गर्व होगा. यह हमारे देश के इनोवेशन और तरक्की का सबूत है. यह आत्मनिर्भर भारत की भावना का भी प्रतीक है. इसे बनाने में कड़ी मेहनत करने वालों को बधाई. डाकघर का काम पूरा हो गया." पीएम मोदी ने इसकी तस्वीरें भी शेयर कीं.
वहीं, केंद्रीय संचार मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने डाकघर का उद्घाटन करते हुए कहा, "विकास की भावना, अपनी तकनीक विकसित करने की भावना, कुछ ऐसा करने की भावना जिसे पहले के समय में असंभव माना जाता था. यही इस समय की परिभाषित विशेषता है. पूरा निर्माण लगभग छह से आठ महीने की तुलना में 45 दिनों के अंदर पूरा हुआ है."