लखनऊ जी.पी.ओ. में वर्ष 1971 से पूर्व फिलेटलिक काउण्टर संचालित था। वर्ष 1971 में फिलेटलिक ब्यूरो की स्थापना हुयी थी। इस ब्यूरो में लखनऊ व बरेली रीजन के 29 फिलेटलिक काण्उटर सम्बद्ध किये गये थे। फिलेटलिक के विकास के साथ साथ आज उत्तर प्रदेश के प्रत्येक रीजन में एक फिलेटलिक ब्यूरो की स्थापना की जा चुकी है जिसमें बरेली व गोरखपुर के फिलेटलिक ब्यूरो की स्थापना विगत् मार्च 2014 में की गयी है। सभी रीजनों के अतिरिक्त वाराणसी में एक अतिरिक्त फिलेटलिक ब्यूरो संचालित है। फिलेटलिक ब्यूरो लखनऊ जी.पी.ओ. सर्किल मुख्यालय पर होने के कारण इसका महत्व एवं इसकी जिम्मेदारी अधिक हो जाती है। यह ब्यूरो लगभग प्रत्येक वर्ष कम से कम एक प्रदर्शनी का आयोजन अवश्य कराता रहा है। विगत् मार्च 2014 में राज्य स्तरीय 11वीं डाक टिकट प्रदर्शनी यूफिलेक्स - 2014 का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया था। इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रकार के आयोजन फिलेटली के सम्बर्द्धन एवं विकास हेतु जैसे फिलेटली कार्यशाला, सेमिनार , डिजाइन स्टैम्प कम्प्टीशन व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगितायें भी प्रतिवर्ष करायी जाती रही हैं।
2. विगत कुछ समय से लखनऊ के डाक टिकट संग्रहकर्ताओं द्वारा लखनऊ में फिलेटलिक म्यूजियम की मांग की जा रही थी, जिसको ध्यान में रखते हुये लखनऊ जी.पी.ओ. में फिलेटलिक म्यूजियम की स्थापना की गयी है। यह म्यूजियम दिनांक 12.09.2014 से आम नागरिकों एवं डाक टिकट संग्रह प्रेमियों के लिये समर्पित किया गया ।
3. फिलेटलिक म्यूजियम कें प्रथम कक्ष में स्वागत पटल-स्मारक डाक टिकट, विक्रय पटल, माई स्टैम्प, (आप की अपनी फोटो सहित) डाक टिकट का विक्रय पटल एवं डाक टिकट सग्रह से संबंधित पुस्तकालय प्रतिदिन (कार्य दिवस) आम जनता के लिए प्रारम्भ किया गया।
4. फिलेटलिक म्यूजियम के द्वितीय , तृतीय एवं चतुर्थ कक्ष में भारत की आजादी से लेकर वर्तमान तक भारतीय डाक विभाग द्वारा विभिन्न विषयों पर आधारित जारी डाक टिकटों के प्रदर्श प्रदशित किये गये है। फ्रेम संख्या 1 से 7 तक: भारत की आजादी की कहानी डाक टिकटों की जुबानी ,फ्रेम संख्या 8 से 12 तकः इण्डिया पोस्ट इण्डिपेक्स, फ्रेम संख्या 16 परः फलोरा फोना, फ्रेम संख्या 17 से 19 तकः स्पेशल कवर (भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी ) फ्रेम सख्या 20 से 24 पर: मेघदूत पोस्टकार्ड फ्रेम संख्या 25 से 26 परः आजादी के 50 वर्ष , फ्रेम संख्या 27 से 31 तकः इण्डिया पोस्ट इण्डिपेक्स (उत्तर प्रदेश परिमण्ण्डल से प्राप्त), फ्रेम संख्या 32 से 36 परः 1997 से 2000 तक के डाक टिकट, फ्रेम संख्या 37 से 39 पर: प्रथम दिवस आवरण 2001 से 2002 तक प्रदर्शित है।
5. इस नवीन फिलेटलिक म्यूजियम से डाक टिकट संग्रहकत्र्ताओं को प्रेरणा एवं बहुमूल्य जानकारी प्राप्त होगी जिससे वह अपने संकलन को विकसित करके विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कार योग्य बना सकेंगे। म्यूजियम में प्रदर्शित किये गये डाक टिकट एवं सामग्री को दिन प्रतिदिन विकसित व अद्यदित (अपडेट) किये जाने की व्यवस्था की गयी है। शीघ्र ही अन्य विषय जैसे - मेडिकल साइंस, टेक्नालाॅजी, हेरिटेज बिल्डिंग, वाइल्ड लाइफ आदि पर आधारित डाक टिकटों को प्रदर्शित किया जायेगा।
6. आम नागरिकों को डाक टिकट संग्रह को उत्साहित करने के लिये शीघ्र ही रोचक सामग्री जैसे - हाउ टू कलेक्ट स्टैम्प विषय पर विस्तृत जानकारी चित्रण सहित प्रदर्शित की जायेगा।
7. म्यूजियम प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 10.00 बजे से 17.00 बजे तक निशुल्क अवलोकनार्थ खुला रहेगा। इस अवधि में म्यूजियम में माई स्टैम्प काउण्टर पर अपनी स्वयं की फोटो डाक टिकट के साथ प्रिन्ट कराने की भी व्यवस्था रहेगी।
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